बिहार/झारखंड मेरा गांव, मेरा देश सुन हो सरकार हाइब्रिड बीज का मायाजाल और किसानों की दुर्दशा 21/11/201801/12/2018 ब्रह्मानंद ठाकुर मनकचोटन भाई के दलान पर सांझ होते ही हमेशा की तरह आज भी टोला के लोगों का जुटान होने और पढ़ें >
गांव के रंग चौपाल मेरा गांव, मेरा देश पशुपालन में छिपा है किसानों की खुशहाली का राज 20/11/201801/12/2018 पुष्यमित्र चार-पांच साल पहले झारखंड के एक गांव गया था । वह गांव सब्जी उत्पादन में अव्वल था । वहां और पढ़ें >
चौपाल मेरा गांव, मेरा देश यूपी/उत्तराखंड ग्रामीण भारत की बदहाली और आर्थिक विकास का लालीपॉप 19/11/201801/12/2018 शिरीष खरे भारत में ग्रामीण और शहरी अंचल के लिए निर्धनता का निर्धारण अलग-अलग तरह से होता है। एक आंकड़े और पढ़ें >
माटी की खुशबू सुन हो सरकार नक्सलवाद और सियासी छलावे से मुक्ति चाहता छत्तीसगढ़ 18/11/201801/12/2018 दिवाकर मुक्तिबोध छत्तीसगढ़ की 90 विधानसभा सीटों के लिए मतदान का एक दौर निपट चुका है। दूसरा व अन्तिम चरण और पढ़ें >
आईना मेरा गांव, मेरा देश एक प्यारे सफर का प्यारा सा अंत 17/11/201821/11/2018 पशुपति शर्मा के फेसबुक वॉल से साभार ”जब आप किसी संस्थान से जुड़ते हैं तो ये पता नहीं होता कि और पढ़ें >
आईना मेरा गांव, मेरा देश जीवन का संघर्ष और ‘डियर जिंदगी’ का फलसफा 16/11/201821/11/2018 दयाशंकर जी के फेसबुक वॉल से साभार कभी-कभी गुस्से की छाया, निराशा, ठगे जाने के बोध के बीच हम स्वयं और पढ़ें >
मेरा गांव, मेरा देश सुन हो सरकार गांव की आर्थिक-सामाजिक बुनावट में कितना बदलाव 15/11/201821/11/2018 शिरीष खरे गांव क्या है? अवधारणाओं में जब भी इसे ढूंढ़ने-समझने की कोशिश की तो इससे जुड़ी व्याख्याओं में मुख्य और पढ़ें >
बिहार/झारखंड मेरा गांव, मेरा देश टीस भरा बचपन 14/11/201818/11/2018 वीरेन नन्दा बचपन की यादों में लौटना केवल वही चाहते खोना बचपन के दिन ममता में जिनके बीते समता में बीते और पढ़ें >
गांव के नायक नेहरू का कद छोटा कर पटेल को बड़ा नहीं बना सकते 14/11/201821/11/2018 ब्रह्मानंद ठाकुर बंशी बाबा आज जब बहुत दिनों के बाद गांव आए तो मनकचोटन भाई, बटेसर, झिंगुरी सिंह, फुलकेसर , बदरुआ, और पढ़ें >
परब-त्योहार मेरा गांव, मेरा देश बाजारवाद की माया से दूर छठ पर्व की छटा 13/11/201814/11/2018 पुष्य मित्र वैसे तो छठ मुख्यतः बिहार-झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश के लोगों द्वारा मनाया जाने वाला पर्व है, फिर और पढ़ें >