घाटों पर तीन दिन की ‘चांदनी’, फिर अंधेरी रात…
पुष्यमित्र छठ जीवित देवताओं का पर्व है। यह सिर्फ सूर्योपासना का ही पर्व नहीं है, जल धाराओं की उपासना का
पुष्यमित्र छठ जीवित देवताओं का पर्व है। यह सिर्फ सूर्योपासना का ही पर्व नहीं है, जल धाराओं की उपासना का
पुष्य मित्र जब तक भारत गांवों का, किसानों का देश था, तब तक दीपावली पर हर घर में लक्ष्मी आती
निखिल कुमार दुबे के फेसबुक वॉल से साभार अर्थशास्त्र मेरा विषय नहीं है।नोबल प्राप्त एक्सपर्ट पर कॉमेंट करूँ इतना ज्ञान
पशुपति शर्मा के फेसबुक वॉल से साभार अल्लामा इकबाल ने एक कविता लिखी थी, बच्चे की दुआ। पीलीभीत के एक
पीयूष बबेले उनके भीतर एक घड़ी है, जो लगातार काम की रफ्तार को सांसों की रफ्तार से तेज किए रहने
सच्चिदानंद जोशी पुणे जाना था। हमेशा की तरह आफिस से निकलते निकलते देर हो गयी। शाम के समय फ्लाइट पकड़ना
प्रवीण कुमार अमिताभ तमाम खूबियों के बीच दृढ़-संकल्प, सहज , हर मौसम में काम करने वाले इंसान के कारण अजीज
अखिलेश कुमार के फेसबुक वॉल से साभार बच्चों को कहानियां सुनाने का अपना अलग ही मजा है । फिर से
पुष्य मित्र आज विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस है। इस मौके पर आपसे एक सूचना साझा करना है कि रांची के
पशुपति शर्मा पुरैनी मेरा पुश्तैनी गांव। अब गांव आना-जाना कम ही होता है। बाप-दादा की पुश्तैनी संपत्ति अब वहां रही