इस पल का कोई मोल नहीं

इस पल का कोई मोल नहीं

अखिलेश कुमार के फेसबुक वॉल से साभार

बच्चों को कहानियां सुनाने का अपना अलग ही मजा है । फिर से बचपन जीने का मौका लग जाता है । ऐसे मौकों को दोनों हाथों से पकड़ लेना चाहिए ।

बच्चों को कहानी सुनाते SDPO अखिलेश कुमार

महीनों का थकान , तनाव, दबाव …….सब छू मंतर हो जाता है । हम फिर से तरोताजा और उर्जावान हो जाते हैं । एक छोटा सा मौका मिल गया मुझे बच्चों और परिवार वालों के साथ कुछ समय व्यतीत करने का ।

ये पल अनमोल है , दुनियां का कोई दौलत , कोई हैसियत, कोई पद इसकी बराबरी नहीं कर सकता । हम , आप सबको ऐसे मौके निकालने चाहिए जतन करके । करके देखिए बहुत आनंद आएगा