अखबार के जरिए यथार्थ से जुड़ना, एक मुगालता- आलोक श्रीवास्तव
पशुपति शर्मा पत्रकारिता में वैश्वीकरण के बाद एक नया बदलाव आया है। वो समाज के बड़े मुद्दों पर बात नहीं
पशुपति शर्मा पत्रकारिता में वैश्वीकरण के बाद एक नया बदलाव आया है। वो समाज के बड़े मुद्दों पर बात नहीं
एक दिन आएगा एक दिन आएगा जब तुम जिस भी रास्ते से गुजरोगी वहीं सबसे पहले खिलेंगे फूल तुम जिन
मुसाफिर हूं यारो के तहत बदलाव ने वरिष्ठ पत्रकारों और सृजनशील लोगों से बातचीत का एक सिलसिला शुरू किया है।
ब्रह्मानंद ठाकुर हिंदी दिवस से एक दिन पहले मैंने पूरा दिन 11-4 बजे तक एक उच्च विद्यालय में बिताया। हिन्दी
डॉ संजय पंकज हिन्दी को राजभाषा का दर्जा देकर सरकार भूल गई। १४ सितम्बर १९४९ से हर वर्ष हिन्दी दिवस मनाने
पीयूष बबेले नब्बे के दशक की शुरुआत में मंडल कमीशन लागू होने के बाद से यह पहला मौका था, जब
ब्रह्मानंद ठाकुर 11 सितम्बर 1893। इसी दिन स्वामी विवेकानन्द ने शिकागो शहर में विश्व हिंदू धर्म महा सम्मेलन में व्याख्यान
संजय पंकज संसार की प्रथम विश्व धर्म महासभा शिकागो,अमेरिका में 11 सितम्बर 1893 में विराट भारत खड़ा हुआ था। इसके
डॉ. सुधांशु कुमार जी हां ! हम शिक्षक नहीं, ड्राइवर हैं । मल्टीपर्पस, मल्टीटैलेंट । इसीलिए खिचड़ी से लेकर बत्तख
ब्रह्मानंद ठाकुर चुल्हन भाई तीन दिन पर ससुराल से लौटे हैं। वैसे वे यदा -कदा विशेष काज -परोजन पर ही