चरवाहा विद्यालय के सपने को कौन चर गया ?
ब्रह्मानंद ठाकुर बिहार में का विधानसभा चुनाव का ऐलान भले ही अभी नहीं हुआ है लेकिन चुनावी बयार बहने लगी
ब्रह्मानंद ठाकुर बिहार में का विधानसभा चुनाव का ऐलान भले ही अभी नहीं हुआ है लेकिन चुनावी बयार बहने लगी
विमलेश शर्मा, वरिष्ठ पत्रकार, जयपुर अच्छी नौकरी और शहर में आलीशान बंगला..आज हर युवा की यही चाहता रहती है, लेकिन
पुष्यमित्र इस देश में वैसे पार्टियां तो कई हैं, बड़ी भी और छोटी भी। मगर कोई अल्पसंख्यकों को मायनस करके
बदलाव प्रतिनिधि, ओडिशा कंधे पर हल, हाथ में फावड़ा और खेत में धान की रोपाई करने वाला ये शख्स कोई
मोहन जोशी अमूमन ये देखने में आता है कि रचनाकार अपने लेखक होने के गुमान को ओढ़े रहता है और
पुष्यमित्र के फेसबुक वॉल से साभार इस पोस्ट के साथ जो एक तस्वीर लगी है, वह कलकत्ता शहर के बेलियाघाट
एसके यादव के फेसबुक वॉल से साभार बात 1985 चांदनी चौक, नई दिल्ली की है। उस समय इलाहाबाद से सांसद
अखिलेश कुमार के फेसबुक वॉल से साभार ये तस्वीरें उस विद्यालय की वर्तमान स्थिति बयां कर रही हैं जिसका अपना
सच्चिदानंद जोशी के फेसबुक वॉल से साभार बाजार से सामान लाने की कार्यवाही पूरी होने को ही थी कि श्रीमती
अखिलेश कुमार के फेसबुक वॉल से साभार इस वक्त कोसी सीमांचल क्षेत्र में आप कहीं भी जाएंगे तो सड़कों पर