बंसी कौल के लिए थिएटर ही रहा पहला और आखिरी परिवार
अंजना पुरी एक रिश्ते के अड़तीस बरस बीत गए और आज पहली बार यह समझ में आ रहा है कि
अंजना पुरी एक रिश्ते के अड़तीस बरस बीत गए और आज पहली बार यह समझ में आ रहा है कि
सच्चिदानंद जोशीसब कुछ वैसा ही था जैसा होता है किसी नाटक के अंत में। सारे कलाकार अपने काम खत्म कर
फणिश्वरनाथ रेणु की जीवनी पर आधारित पुष्यमित्र की नई किताब- एक अप्रतिम कथाकार, एक जन्मजात विद्रोही, रेणु का संक्षिप्त जीवन
वरिष्ठ पत्रकार उर्मिलेश के फेसबुक वॉल से साभार अंग्रेजी तो अंग्रेजी, हिंदी के टीवी चैनल वाले भी लहलोट हैं कि
पुष्यमित्र के फेसबुक वॉल से साभार यह बजट कार्पोरेट, शेयर बाज़ार और बड़ी कम्पनियों को सम्बोधित था। किसानों को सिर्फ
आज नेताजी सुभाषचंद्र बोस की 124 वीं जयंती है। आज ही के दिन (23 जनवरी) 1897 में उनका जन्म कटक
देश के किसान विवादास्पद कृषि कानूनों की वापसी और बिजली ( संशोधित ) बिल को रद्द करने की मांग को
डॉ. नीलू अग्रवाल भारत में कई ऐसे सुंदर प्रदेश हैं जहां के सीधे-साधे जीवन को नक्सलवाद का ग्रहण लग गया
पेड़ों की छांव तले रचना पाठ की 70 वीं गोष्ठी में नये वर्ष का स्वागत “शाम-ए-ग़ज़ल” से हुआ। वर्ष के
नीलू अग्रवाल रुकतापुर एक रिपोर्टर की ऐसी डायरी है जो कोशी- सीमांचल में घूमते हुए देखे -अनदेखे, सुने – अनसुने,वहां