चैन से मरने न दिया…
जयंत कुमार सिन्हा संगम ने ‘मोक्ष’ के तीन मार्ग तय किये -जलाना, दफनाना और प्रवाह करना। संगम यानि इलाहाबाद। संगम
जयंत कुमार सिन्हा संगम ने ‘मोक्ष’ के तीन मार्ग तय किये -जलाना, दफनाना और प्रवाह करना। संगम यानि इलाहाबाद। संगम
उमेश कुमार लगभग डेढ़ साल पहले 04 दिसम्बर2014 को बरेली से लखनऊ की बस यात्रा के दौरान अखबार में छपी
माँ माँ यानि सिर्फ एक शब्द नहीं होता एक संस्कृति होती है एक संस्कार होता है एक परंपरा और एक
संगम पांडेय पिछले से पिछले हफ्ते कानपुर में होने से संक्षिप्त रूप से बिठूर जाना हुआ। करीब साल भर पहले
सत्येंद्र कुमार यादव गांव से लेकर शहर तक उन लोगों को जानता हूं जो छोटे-छोटे व्यवसाय शुरू करने के लिए
कमलेश यादव यूपी विधानसभा चुनाव के लिए सभी दलों ने अपनी रणनीति बनानी शुरू कर दी है। ख़बर है कि
आशीष सागर -हमारे देश में सूखा सियासत नहीं करता बल्कि सूखे पर सियासत जरूर होती है । शायद यही वजह
अनीश सिंह कितना अच्छा हो जब बच्चों पर पढ़ाई के लिए उनपर दबाव न डाला जाए, कितना अच्छा हो जब
पुष्यमित्र सोशल मीडिया ने आज पूरी दुनिया को एक सूत्र में बांध दिया है, किसी को पुराने दोस्त की तलाश
जब, तुम खोद रहे होते हो खाई अपने और उनके बीच सिर पर टोकरा लिए वो बना रहे होते हैं