आमिर ! झूठ सेहत के लिए हानिकारक है…
राकेश कायस्थ दंगल मुझे भारत में बनी सबसे अच्छी स्पोर्ट्स मूवी लगी। हॉल से निकलते वक्त मेरे 11 साल के
राकेश कायस्थ दंगल मुझे भारत में बनी सबसे अच्छी स्पोर्ट्स मूवी लगी। हॉल से निकलते वक्त मेरे 11 साल के
पवित्र श्रीवास्तव अपनी दोनों बेटियों टीशा और तनीशा के साथ दंगल फिल्म देखी। मजा आ गया। आमीर खान और उनकी
टीम बदलाव हिंदुस्तान की जनता 50 दिन बाद भी कतार में खड़ी है । प्रधानमंत्री मोदी ने वादा किया था
पुष्यमित्र तख़्त हरमंदिर साहब के पीछे स्थित सेवादारों के क़्वार्टरों में इनदिनों बड़ी चहल पहल है। यह सरगर्मी उस खबर
कुमार सर्वेश मुझे आज सोशल मीडिया तैमूर लंग से ज्यादा खतरनाक लगता है। तैमूर तो अपने पेशे से खूंखार था।
बरुण के सखाजी सीमित संसाधन, प्रचुर व्यावसायिकता के अभाव के बावजूद व्यापक दर्शक वर्ग से बात करता छत्तीसगढ़ी फिल्मों का
ब्रह्मानंद ठाकुर मुज़फ्फरपुर जिले के औराई प्रखण्ड में आने वाले जनाढ पंचायत का एक गांव है बेनीपुर जो समाजसेवी, पत्रकार
पुष्यमित्र पटना साहिब दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है । हर तरफ प्रकाशोत्सव की तैयारियां चल रही हैं ।
ब्रह्मानंद ठाकुर मुंशी प्रेमचंद की कहानी सद्गति का किरदार घासीराम हो या फिर रामवृक्ष बेनीपुरी के ‘कहीं धूप कहीं छाया’
राकेश कायस्थ अनुपम जी को मैं बहुत अच्छी तरह जानता था। लेकिन कभी मुलाकात नहीं हुई। एक दिन अचानक उनके