भुजइन के भार के बहाने किस्सा गांव का
रज़िया अंसारी गांव के लहलहाते हरे भरे खेत, खेतों में सरसों के पीले-पीले फूल, कुएं पर पानी भरती गांव की
रज़िया अंसारी गांव के लहलहाते हरे भरे खेत, खेतों में सरसों के पीले-पीले फूल, कुएं पर पानी भरती गांव की
मर जाते हैं या मार दिये जाते हैं । थोड़ी समझ होती है तो दोनों अलग रास्ता खुद अपना लेते
2017 में जब यूपी की सत्ता बदली और एक मंदिर का महंत, गाय को प्यार करने वाला सीएम की कुर्सी
साल 2014 में वो तस्वीरें खबरों में छा गई थीं। एक डीएम की ईमानदारी और भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई की
अजामिल जी के फेसबुक वॉल से साभार इलाहाबाद के बहुचर्चित छायाकार एस के यादव ने विश्व के सबसे बड़े अध्यात्मिक
दयाशंकर मिश्र बच्चों को संपत्ति की तरह न मानने, ‘बच्चे हमसे हैं, हमारे लिए नहीं’ भावना वाली परवरिश के सिद्धांत,
अरुण प्रकाश रोज की तरह आज देर शाम कुछ पल के लिए फेसबुक पर सरसरी नजर डालने बैठा तो अचानक
उर्मिलेश उर्मिल के फेसबुक वॉल से साभार हमारे अनेक समकालीन जानते हैं कि इलाहाबाद में कई साथियों के साथ हम
किताब “नेहरू मिथक और सत्य” 5 जनवरी को आप सब के हाथ में आ जाएगी। किताब की भूमिका संघर्ष की
शिरीष खरे स्वतंत्रता के बाद भारत जैसे विशाल और विविधता सम्पन्न देश में असंतुलन तथा अंतर्विरोधी समाधान के लिए योजना