बाबू लंगट सिंह आजीवन शिक्षा के प्रति पूर्ण समर्पित रहे

बाबू लंगट सिंह आजीवन शिक्षा के प्रति पूर्ण समर्पित रहे

मुजफ्फरपुर /बदलाव प्रतिनिधि

बाबू लंगट सिंह कर्ण की तरह दानवीर और युग पुरुष थे जिन्होंने 19 वीं शताब्दी में हीं शिक्षा के महत्व को समझ लिया था और वर्ष 1899 में एक साथ मुजफ्फरपुर में भूमिहार ब्राह्मण कॉलेजिएट स्कूल और भूमिहार ब्राह्मण कॉलेज की स्थापना की थी जो बाद में चल कर लंगट सिंह कालेज के नाम से जाना गया ये बातें स्पीकर चौक स्थित “अटल सभागार” में स्व लंगट सिंह की 173 वीं जयंती पर बिहार सरकार के पूर्व मंत्री श्री सुरेश कुमार शर्मा कही।बाबू लंगट सिंह का जन्म एक अतिसाधारण किसान परिवार में हुआ था,लेकिन अपनी कर्मठता और दृढ़ संकल्प से बहुत धन अर्जित किया और उसे समाज में शिक्षा का अलख जगाने हेतु दान कर दिया।
अपने संबोधन में आरडीएस कॉलेज के पूर्व शिक्षक प्रो अरुण कुमार सिंह ने लंगट बाबू को महान युग दृष्टा बताते हुए कहा कि लंगट बाबू वर्ष 1906 के कांग्रेस अधिवेशन में “स्वदेशी पंडाल”के निर्माण में अहम भूमिका निभाई थी।कोलकाता और मुजफ्फरपुर में उन्होंने स्वदेशी वस्तुओ का प्रतिष्ठान भी खुलवाया था,यही नहीं उन्होंने बीएचयू के निर्माण में भी मालवीय जी को आर्थिक मदद की थी।अपने संबोधन में प्रधानाचार्य डा ममता रानी ने आज के युवाओं को लंगट बाबू से प्रेरणा लेने का आह्वान किया। प्रसिद्ध कवि डा संजय पंकज ने विस्तार पूर्वक लंगट सिंह द्वारा किए गए कार्यों का वर्णन करते हुए कहा की उनके नाम पर स्थापित कॉलेज की गरिमा में उत्तरोत्तर वृद्धि का प्रयास होना चाहिए। अपने संबोधन में समाज सेवी रतवाड़ा निवासी श्री रघुनंदन प्रसाद सिंह उर्फ अमर बाबू ने कहा कि लंगट बाबू ने अंग्रेज इंजीनियर का विश्वास जीत कर गुलाम भारत और अपने प्रदेश को शिक्षित बनाने के लिए कठिन परिश्रम कर धन अर्जित किया और उसे दान कर दिया।ऐसी मिसाल विरले मिलती है।
मंच संचालन समाजसेवी श्री सुनील कुमार ने किया। सभा को अन्य लोगो के अलावे बीजेपी के नेता श्री रवीन्द्र प्रसाद सिंह, डा तारण राय,वरिष्ठ पत्रकार डा हरि किशोर प्रसाद सिंह,श्री रामकिशोर प्रसाद सिंह, रामदयालु मंडल भाजपा नेता अमित कुमार,सत्यप्रकाश भारद्वाज,श्री एचएन गुप्ता,दिवाकर झा,कुंदन कुमार,अनिल गुप्ता,परिमल,बसंत मिश्रा,संजय कुमार, नर्मदेश्वर प्रसाद सिंह, सीपी सिंह ने संबोधित किया धन्यवाद ज्ञापन श्री लक्ष्मी नारायण सिंह ने किया। इसके पूर्व सभी आगत अतिथियों ने लंगट बाबू के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।