शिरीष खरे बीजापुर से आगे महाराष्ट्र के पश्चिमी छोर की ओर बढ़ा तो एक अलग ही नजारा दिखा । जितनी
Category: आईना
प्रजातंत्र में लहलहाता राजतंत्र का ‘रक्तबीज’
संजय पंकज सब जानते हैं कि आज की राजनीति नेताओं के लिए समाज-सेवा से ज्यादा सत्ता-सुख की भोग-चाहना है। वे
साइलेंसर वाले इंसान
पशुपति शर्मा के फेसबुक वॉल से साभार साइलेंसर वाली बंदूक बड़ी ख़तरनाक होती है आपके आस-पास चलते-फिरते शख्स को वो
शम्स ताहिर खान – लव यू, मोर दैन यू
विकास मिश्रा के फेसबुक वॉल से साभार शम्स ताहिर खान। हम लोगों के शम्स भाई। हर हिंदी भाषी इनके नाम
‘लक्ष्मी’ के आगे दम तोड़ती ‘सरस्वती’
ब्रह्मनंद ठाकुर रविवार को सरस्वती पूजा थी। स्कूलों में विरानगी और चौक-चराहे पर चहल-पहल । पंडालों में सजावट में व्यस्त
CBI का सीमित दायरा और राज्यों के अधिकार की ABCD
टीम बदलाव पश्चिम बंगाल पुलिस और सीबीआई के बीच घमासान अब सियासी रंग ले चुका है । चिट फंड केस
अहिंसा धर्म अत्यंत कठिन है- गांधी
पुष्यमित्र के फेसबुक वॉल से साभार आज गांधी जी की पुण्यतिथि है। यह हम सब जानते हैं कि गांधी की
शिक्षा के बिना अधूरा है आधी आबादी के सम्मान का सपना
शिरीष खरे आज हम सियासी फायदे के लिए कुछ भी करने के तैयार हैं, लेकिन आधी आबादी को उसका हक
‘सूखा गुलाब’ की महक और मनगढ़ंत धारणाओं का सच
पुस्तक मेला को लेकर मेरा नजरिया अब बदल गया है । पहले सोचता था कि कितने लोग जाते होंगे ?
‘हिंगोश’ का दिलचस्प किस्सा
ये बात अक्सर कही जाती है, आवश्यकता आविष्कार की जननी है। जैसे ये लकड़ी है। यूँ तो यह किसी पेड़