पशुपति शर्मा पुरैनी मेरा पुश्तैनी गांव। अब गांव आना-जाना कम ही होता है। बाप-दादा की पुश्तैनी संपत्ति अब वहां रही
Author: badalav
विकास की अंधी दौड़ में प्रकृति से दूर होता इंसान
ब्रह्मानंद ठाकुर गांधी और व्यावहारिक अराजकवाद सिरीज के अन्तर्गत अभी तक आप विभिन्न अराजकवादी चिंतकों के विचारों से अवगत
शब्दों की हिंसा फैलाने वालों से भी ‘संवाद’ करना होगा
प्रवीण कुमार लगातार बातों, गरमा-गरम बहसों के दौर मेंसबसे खतरनाक है, सब कुछ सुनकर भी चुप रह जाना ठोस अनुभवों
प्रतिस्पर्धा की सभ्यता ने खत्म कर दी सहयोग की भावना
ब्रह्मानंद ठाकुर जाने – माने समाजवादी चिंतक सच्चिदानन्द सिन्हा की पुस्तक ‘ गांधी और व्यावहारिक अराजकवाद ‘ की शृंखला की तीसरी
गांधी की बुनियादी शिक्षा और बदलाव की मुहिम
बदलाव प्रतिनिधि, मुजफ्फरपुर महात्मा गांधी ने 1910 में दक्षिण अफ्रीका में टाल्सटाय आश्रम में जिस तरह की शिक्षा की शुरुआत
बापू के विचारों को जीने की कला सिखाने वाले ‘सोपान’
आज गांधी जयंती है और लोग गांधी को याद कर रहे हैं। मैं इस मौके पर एक ऐसी शख्सियत की
गांधी और अराजकवादियों का वैचारिक द्वंद्व
इस शृंखला के अन्तर्गत आप अभी तक अराजकवाद से सम्बंधित विभिन्न दार्शनिकों के विचारों से अवगत हो चुके हैं ।
औद्योगीकरण के आगे साम्यवाद का टूटा सपना !
गांधी और व्यावहारिक अराजकवाद भाग-2 औद्योगिक क्रांति के बाद यूरोप में मजदूर वर्ग की स्थिति को सुधारने के जो प्रारम्भिक
सजा छात्र को दी गई और दर्द गांधीजी को हुआ
सत्य के प्रयोग पार्ट -2 पहली कड़ी में आपने पढ़ा कि महात्मा गांधी ने दक्षिण अफ्रीका में जेल की सजा
राज व्यवस्था, जनता और गांधीवाद
सच्चिदानन्द सिन्हा प्रख्यात समाजवादी चिंतक हैं। इस वर्ष वे अपनी जिंदगी के 90 वां वर्ष पूरा कर 91 वां वर्ष