विवेक मिश्रा अरे यार। नहीं…नहीं…धत। छि:। दुष्यंत श्रीवास्तव ये क्या किया तुमने। यह कहते हुए नाक सिकुड़ी हुई थी मोहन
Author: badalav
बिहार के रण में मीडिया के रणबांकुरे
एपी यादव बिहार की चुनावी चासनी में हर कोई डूबा है। बस इंतजार है तो 8 नवंबर का जब इस
ग़रीबी के जाल में मछली से तड़फड़ा रहे हैं मछुआरे
पुष्यमित्र जातियों के नाम पर लड़े जा रहे इस चुनाव में निषाद जाति की बड़ी चर्चा है। दोनों बड़े गठबंधन
तुम निडर डरो नहीं, तुम निडर डटो वहीं
अरुण प्रकाश डीएम साहब सुनते नहीं, सचिव महोदय के पास फुरसत नहीं, सीईओ (मुख्य कार्यपालन अधिकारी ) को परवाह नहीं।
सुनपेड की ‘दबंग कथा’ पर मीडिया से ‘दबंग’ सवाल
धीरेंद्र पुंडीर हर घटना एक दम LIVE। आंखों के सामने। सच का सच। दूध का दूध, पानी का पानी। शीशे
सूखे खलिहान, कौन लाएगा ‘हरिहर विहान’ ?
पुष्यमित्र इन दिनों पटना समेत बिहार के सभी शहरों और कस्बों में चौक-चौराहे लाल, पीले और हरे रंगे के होर्डिंग्स से
‘रावणों’ ने किया एक बेटी का ‘जिंदा-दहन’!
हरिगोविंद विश्वकर्मा वह सपने देखने वाली लड़की थी। देहात और ग़रीब परिवार की लड़की। करियर बनाने का दृढ़ संकल्प ले
सांसद से ज्यादा कड़ी शर्तें पंचायत चुनाव में क्यों ?
पवन शर्मा भारत में ग्राम पंचायतें ही लोकतंत्र की प्रथम सीढ़ी होती हैं। देश की बहुसंख्यक जनता का अपने दैनिक जीवन में ग्राम
रोती-बिलखती मां भी बददुआ नहीं देती
अश्विनी शर्मा विख्यात कवि धूमिल के गांव खेवली की पन्ना माई बिलख रहीं हैं। अपने खून से ही दया की
बिहार के तीन तिलंगे-व्हाट एन इलेक्शऩ सर जी!
शंभु झा बिहार चुनाव को लेकर काफी कुछ कहा और सुना जा रहा है। अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव को लेकर