बदलाव बाल क्लब को खास बनाया मेहमानों ने

बदलाव बाल क्लब को खास बनाया मेहमानों ने

सर्बानी शर्मा

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बच्चों के साथ प्रदीप कुमार।

बदलाव बाल क्लब में मौज-मस्ती के बीच बच्चों को नए मेहमानों से भी मिलने का मौका मिल रहा है। 25 सितंबर की सुबह प्रदीप कुमार बतौर मेहमान बाल क्लब में मौजूद थे। योग, आयुर्वेद और प्राचीन चिकित्सा पद्धति के अध्येता और अभ्यासकर्ता प्रदीप ने बच्चों के साथ करीब एक घंटे का वक्त साझा किया। इस दौरान वो शुरुआत में बच्चों के साथ ही उनके अभिभावकों के सहज सवालों का जवाब देते रहे। कफ, वात्त और पित्त को कैसे खान-पान के जरिए कंट्रोल किया जा सकता है। इसके कई टिप्स प्रदीप ने बच्चों को दिए।

क्लास जब धीर-गंभीर होने लगी तो बच्चों ने अपनी डिमांड रख दी। इसके बाद प्रदीप कुमार ने प्राणायाम का अभ्यास कराना शुरू किया। सांसों के जरिए कैसे आप अपने शरीर की सेहत दुरुस्त रख सकते हैं, ये बच्चों ने सीखा। कुत्ते और कौए की खूबी हासिल करने के प्राणायाम भी बच्चों को सिखाए गए। तालियों की एक्सरसाइज और फिर आखिर में गेम। बच्चों के लिए ये एक अलग तरह का अनुभव रहा। अभिभावकों की जिज्ञासाओं का दौर सत्र ख़त्म होने के बाद भी जारी रहा।

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गुरु प्रदीप कुमार ने वेदाक्षी को वर्कशॉप का सर्टिफिकेट दिया।

प्रदीप कुमार ने बताया कि ज़िंदगी में कैसे अपने व्यक्तित्व के जरिए आप लोगों को अपना बना सकते हैं। किसी भी इंसान का व्यक्तित्व पानी की तरह होना चाहिए, जो मौके और आगंतुक की शख्सियत के मुताबिक खुद को ढाल सके। लेकिन इसमें बाधा बन जाता है हमारा अहंकार। नारियल की तरह अहंकार भी हमारे व्यक्तित्व के ईर्द-गिर्द एक सख्त आवरण बना कर रखता है। इस अहंकार रूपी नारियल को तोड़ कर ही आप अपनी शख्सियत की सरलता और सहजता से लोगों का दिल जीत सकते हैं।

25 सितंबर को इस योग क्लास से पहले रिंकी सिंह ने बच्चों को आर्ट एंड क्राफ्ट के कुछ गुर सिखाए। रंगीन पेपर से महज थोड़ी सी ट्रिक के जरिए कैसे खूबसूरत पौधे-फूल  बनाए जा सकते हैं, ये उन्होंने बताया। साथ ही रिंकी सिंह ने इन फूलों का एक गुलदस्ता बनाने के क्राफ्ट से भी बच्चों को रूबरू कराया। रिंकी सिंह ने पहली क्लास में बच्चों में रूचि पैदा की है, जो आने वाले हफ़्तों में निखर कर सामने आएगी।

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संदीप कुमार ने बदलाव बाल क्लब के बच्चों को अपनी डांस पर लिखी पुस्तक भेंट की।

पिछले एक महीने के दौरान बच्चों को ऐसे खास मौके हासिल हुए जब उम्मीद से हटकर मेहमानों की मौजूदगी ने उनका रोमांच बढ़ा दिया। 18 सितंबर की क्लास अचानक आए कोरियोग्राफर संदीप कुमार ने खास बना दी। छपरा के निवासी संदीप ने शास्त्रीय नृत्य सीखा है और इन दिनों मॉडर्न डांस स्टाइल्स के साथ उनका समागम कर रहे हैं। मुंबई में बड़े कोरियोग्राफर्स की सोहबत हासिल कर चुके संदीप कुमार ने भी सहजता से बच्चों को डांस स्टेप्स सिखाए।

अनीश और रेखा, बच्चों को सुरों का अभ्यास कराते हुए।
अनीश और रेखा, बच्चों को सुरों का अभ्यास कराते हुए।

इसी कड़ी में मोहन जोशी ने बच्चों की ड्रामा क्लास ली। बच्चों को गांधी दिवस की थीम को ध्यान में रखकर एक ड्रामे की रिहर्सल कराई गई। बच्चों ने इम्प्रोवाइजेशन के जरिए एक स्क्रिप्ट तैयार की है, जो वो जब चाहें इस्तेमाल कर सकते हैं। खास मेहमानों में रेखा सिंह और अनीश कुमार सिंह की संयुक्त क्लास का जिक्र भी बेहद अहम है। रेखा और अनीश खुद भी शास्त्रीय गायन का अभ्यास करते हैं। रेखा और अनीश ने बच्चों को सुरों का अभ्यास कराया। अलग-अलग सरगम का रियाज कराया और सुरों के उतार-चढ़ाव के शुरुआती टिप्स दिए। बच्चों ने संगीत की ये क्लास काफी इंज्वॉय की।


sarbani-profileसर्बानी शर्मा। रायगंज, पश्चिम बंगाल में पली बढ़ी सर्बानी इन दिनों गाजियाबाद में रहती हैं। बीएनएमयू से एलएलबी की पढ़ाई। संगीत और रंगमंच में अभिरुचि।