धीरेंद्र पुंडीर ये मुजफ्फनगर की तारिक फतेह पर चिंता है। घर आया था लिहाजा सुबह के अखबार में दिखा। ये
Category: चौपाल
सियासी फलक पर उम्मीदों और सवालों से घिरी ‘मोदी की बीजेपी’
रामजी तिवारी भारतीय जनता पार्टी के बारे में लिखना अपेक्षाकृत कठिन होता है। कारण यह कि इस पार्टी के बारे
देश के टॉप 10 गांव
देश में पिछले कुछ दिनों से आदर्श गांव गोद लेने की ख़बरें खूब सुर्खियों में रहीं, लेकिन पिछले एक बरस
बटन दबते ही धड़कन तेज़ !
रवि किशोर श्रीवास्तव कतार घट चुकी थी, एकआध लोग ही बचे थे। पोलिंग बूथ के अधिकारी और कर्मचारी रवानगी की
‘पिंक’ के मुरीद अब ‘ऐसी-वैसी लड़की’ का तमगा बांटते हैं!
शालू अग्रवाल पता नहीं हम कब सुधरेंगे। मुझे उस वक्त का इंतज़ार है जब कथनी ही करनी होगी, इनके बीच
फड़फड़ा रही है अविनाश की ‘अनारकली आरावाली’
राकेश कायस्थ सिनेमा हम सबके भीतर होता है। ज्यादातर लोग मन की आंखों से देखते हैं। लेकिन कुछ जिगर वाले
वाकई… तुम हो बेहद हसीं
गायक येसुदास को पद्म विभूषण सम्मान से नवाजा गया है। उनके मुरीद प्रसन्न हैं। ऐसे ही एक मुरीद देवांशु झा
‘शिक्षा के दंगल’ में बिहार की बेटियां गुजरात पर भारी
ब्रह्मानंद ठाकुर बालिका शिक्षा के मामले बाईब्रेन्ट गुजरात की असलियत क्या है, यह आ़ंकड़े बता रहे हैं। जहां बिहार ने
राष्ट्रवाद के रथ पर सवार ‘चक्रधारी’ नारायण…नारायण !
राकेश कायस्थ चुनावी रणभेरी बजी, सेनाएं सजी और नारायण प्रकट हो गये। प्रकट ही नहीं हुए बल्कि ‘राष्ट्रवाद’ के रथ
‘सरकारी मंडी’ में दम तोड़ता कुटीर उद्योग
नीरज सारांस देश में लोक कलाओं की लंबी परंपरा रही है। लोक कलाएं जीवन का आधार रही हैं, क्योंकि इसके