पन्ना लाल करगिल और ट्रॉय की जंग। युद्ध की दो कथाएं। शौर्य और पराक्रम की दो दास्तान। करगिल की जंग
Category: मेरा गांव, मेरा देश
कच्ची ख्वाहिशें, पकता मन
याद आये तुम जैसे याद आने लगते हैं बच्चे घर से बाहर जाते ही जैसे जान लगाकर उड़ती चिड़ियाँ को
थोड़ा खर्च और किसानों को 100 गुना मुनाफा
अरुण यादव गांवों में गेहूं की कटाई-मड़ाई हो चुकी हैं । लगन बारात भी निपटा चुका है लिहाजा किसान कुछ
कैंसर पीड़ित मासूमों के चेहरे पर ‘मुस्कान’ ही मकसद
सत्येंद्र कुमार यादव दिल्ली के एम्स का नाम सुनते हैं लोंगों के मन में कई सवाल उठने लगते हैं। कैसे
आईएएस की ट्रेनिंग… गांवों को दिलाया स्वच्छता का संकल्प
निशांत जैन ‘स्वच्छ भारत का इरादा कर लिया हमने, देश से अपने, ये वादा कर लिया हमने।” अक्टूबर 2014 को
आपकी सजगता ही उनका जीवन है !
उमेश कुमार लगभग डेढ़ साल पहले 04 दिसम्बर2014 को बरेली से लखनऊ की बस यात्रा के दौरान अखबार में छपी
कानपुर के घाटन की कथा … आंखिन देखी
संगम पांडेय पिछले से पिछले हफ्ते कानपुर में होने से संक्षिप्त रूप से बिठूर जाना हुआ। करीब साल भर पहले
रोजगार के लिए ऐसे मिलेगी ‘मुद्रा’
सत्येंद्र कुमार यादव गांव से लेकर शहर तक उन लोगों को जानता हूं जो छोटे-छोटे व्यवसाय शुरू करने के लिए
कांग्रेस का PPP मॉडल- प्रियंका, पंडित और प्रशांत!
कमलेश यादव यूपी विधानसभा चुनाव के लिए सभी दलों ने अपनी रणनीति बनानी शुरू कर दी है। ख़बर है कि
बुंदेलखंड के लिए एक उम्मीद है दशरथ का कुआं
आशीष सागर -हमारे देश में सूखा सियासत नहीं करता बल्कि सूखे पर सियासत जरूर होती है । शायद यही वजह