मधुबनी से रूपेश कुमार की रिपोर्ट मधुबनी जिले के बिस्फी को कवि कोकिला विद्यापति की जन्मस्थली होने का गौरव प्राप्त
Category: मेरा गांव, मेरा देश
वो तो उड़ चला… अनंत की एक और उड़ान पर!
ये कहानी एक ऐसे 83 साल के ‘नौजवान’ की है, जो बचपन में अख़बार बेचकर अपने भाई को पढ़ाता था।
RIP कलाम सर- RETURN IF POSSIBLE
किसी दिवंगत आत्माके लिए RIP कहा जाता है, इसका अर्थ होताहै-Rest in peace. भावुक हिंदुस्तान कलाम के लिए RIP कह
शोर न मचाना… सांसदजी सोच रहे हैं!
लाल किले के प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूसरे भाषण के गिने चुने दिन बाकी हैं। करीब एक साल
महिलाएं पूछें- काहे का ‘शेर’पुर
बिहार के सारण ज़िले का शेरपुर गांव। आज़ादी के सात दशक बाद भी अलसुबह की कुछ तस्वीरें नहीं बदल
न पटवारी, न अधिकारी… हम बदलेंगे गांव
हम अक्सर गांव की समस्याओं के लिए शासन, पंचायत या फिर सरपंच को दोषी ठहराते रहते हैं। कभी कहते हैं
दो पैसे, बुढापे के लिए बचा लो भाई!
गरीबों और शोषित वर्गों के लोगों का बुढ़ापा सुरक्षित करने के लिए भारत सरकार ने 2014-15 के बजट में बीमा
तीन बेर ही टूटता है वीराने बिरौल का सन्नाटा
पीएम मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय कैबिनेट ने 400 स्टेशनों के कायाकल्प की योजना को हरी झंडी दे दी
शासन का ‘सुडोकू’ सुलझाएगी गांव की बेटी
यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन (UPSC) के इम्तिहान में इस बार महिलाओं ने बाजी मारी है, उन्हीं में एक नाम है
मन कवि, दिल पत्रकार और जज़्बा गांव बदलने का…
देश की सर्वोच्च सेवा के लिए अधिकारियों की नई जमात चुन ली गई है। इस समय हर तरफ देश के