संगम पांडेय व्योमेश शुक्ल की नई प्रस्तुति ‘बरनम वन’ का कलेवर मैकबेथ की तमाम होती रही प्रस्तुतियों में काफी मौलिक
Author: badalav
आज और कल जलालपुर में ‘मशरूम मैन’ की कार्यशाला
आजकल किसानों की आय दोगुनी करने की चर्चा हर तरफ हो रही है, लेकिन शायद ही कोई हो जो इस
वीरेन नंदा की किस्सागोई पार्ट-6
वीरेन नंदा किस्सागोई के पिछले अंक में आपने पढ़ा कि किस तरह कवि- कहानीकार दोस्तों ने भिक्षा प्रकाशन के लिए
बुंदेलखंड में अवैध खनन का खुला खेल
आशीष सागर यूपी के बुंदेलखंड में खनन का मसला उठना कोई नई बात नहीं है। महोबा का पनवाड़ी अवैध बालू
मुजफ्फरपुर में याद किए गए राहुल सांकृत्यायन
ब्रह्मानंद ठाकुर महापंडित राहुल सांकृत्यायन वैज्ञानिक समाजवादी विचारधारा के अनथक योद्धा साहित्यकार थे। उन्होंने अपने अगाध पांडित्य को वर्ग शत्रु
ग्रामीण चेतना के महाकवि रामइकबाल सिंह ‘राकेश’
डा. सुधांशु कुमार अवसानोन्मुख छायावाद के साहित्याकाश में मानववाद एवं ग्राम्य चेतना के महाकवि रामइकबाल सिंह ‘राकेश’ का उदय हिंदी
‘असंभव के विरुद्ध’ एक आवाज़ का यूं गुम हो जाना
पुष्य मित्र भास्कर के समूह संपादक कल्पेश याग्निक के निधन से पूरा मीडिया जगह स्तब्ध है। हर कोई अपने अपने
सोशल मीडिया के ‘ब्लैकहोल’ में गुम होता युवावर्ग
डा. सुधांशु कुमार आज जिस प्रकार सोशल मीडिया पर खासकर किशोर और युवावर्ग अपनी आंखें गड़ाए रहते हैं , यह
जेपी आंदोलन का ‘निर्मल’ सिपाही
पुष्यमित्र जेपी आंदोलन का नाम लेते ही 70 के दशक में युवा रहे आजकल के नेता अपने संघर्षों की कहानियां
वीरेन नंदा की किस्सागोई पार्ट 4-5
वीरेन नन्दा किस्सागोई के के तीसरे अंक में आपने पढ़ा किस तरह कवि- कहानीकार दोस्तों ने शहर के एक मशहूर