महेंद्र सिंह के फेसबुक वॉल से साभार अब मीडिया वालों के घर भी corona पहुंच चुका है, फिर भी कुछ
Author: badalav
धार्मिक दंगे भारतवर्ष का पीछा कब छोड़ेंगे ? -भगत सिंह
23 मार्च भगत सिंह का शहादत दिवस है। 1931 में इसी दिन भारतीय आजादी आंदोलन की गैरसमझौतावादी धारा के इस
‘स्टालिन मुर्दाबाद’ वाले कन्हैया कुमार आपसे कुछ सवाल हैं!
ब्रह्मानंद ठाकुर जेएनयू के पूर्व अध्यक्ष और सीपीआई नेता कन्हैया कुमार को जब एक दिन इलेक्ट्रानिक मीडिया के समक्ष स्टालिन
गोवा और कार्टूनिस्ट मारियो मिरांडा का ‘अमर प्रेम’
शरद अवस्थी मौज-मस्ती..बेफिक्री…सुकून और नाईट लाइफ को जीने की जगह है गोआ…जहां रात को 12 बजे भी सड़कों से गुजरने
एक ‘थप्पड़’ से क्या होता है, महिलाओं से ये सवाल कब तक?
बिन्दु चेरुन्गात 8 मार्च, पूरे विश्व में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है। इस वर्ष महिला दिवस के लिए संयुक्त राष्ट्र
नोएडा एक्सटेंशन के पतवाड़ी धाम में ‘मां की रसोई’ जल्द- टीकम सिंह
नोएडा एक्सटेंशन यानी एक ऐसा शहर जहां आपको सब कुछ नया ही नजर आएगा। धूल और धुंध से घिरी ऊंची-ऊंची
झाड़ीपट्टी के ‘सितारों’ का अपना संघर्ष है- अनिरुद्ध वनकर
अक्सर जब हम महाराष्ट्र की लोक कला शैलियों की बात करते हैं तो हमारे जेहन में ‘तमाशा’, गोंधल, पोवाडा, और
एम के रैना का नाटक गांधी को बनाता है बच्चों का ‘रॉकस्टार’
ललित सिंह जब- जब समाज में हिंसा, दर्प और
शहीद सैनिकों का ‘दफ़न-विद्रोह’ और मंच पर ‘ज़िंदा’ सवाल
मोहन जोशी मशहूर लेखक व दार्शनिक ‘ज्यां पॉल सात्रे’ ने कहा था ‘ यदि आप जीत का वृतांत सुन लें , तो
‘अर्जुन’ की याद दिलाता है तीरंदाज आर्यमन
बदलाव प्रतिनिधि आर्यमन वर्मा। 13 साल के इस नए तीरंदाज का नाम भले मम्मी-पापा ने आर्यमन रखा हो लेकिन इसकी