बदलाव प्रतिनिधि/मुजफ्फरपुर
सरला श्रीवास सामाजिक सांस्कृतिक शोध संस्थान द्वारा मिठनपुरा में विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस पर नुक्कड़ नाटक “मैं समझ सकता हूं” का मंचन किया गया। नुक्कड़ नाटक के माध्यम से आत्महत्या करने वाले व्यक्ति की पहचान बताई गई साथ ही बताया गया की सिर्फ बातचीत कर आत्महत्या की घटनाओं को रोका जा सकता हैं।नाटक का निर्देशन लोक कलाकार सुनील कुमार ने की वहीं मुख्य भूमिका में प्रमिला देवी, लोक गायिका अनीता कुमारी, भोला साह,सीमा कुमारी एवं वाद्ययंत्र पर कमलेश कुमार ने साथ दिया।
लोक गायिका अनीता कुमारी ने
मुजफ्फरपुर के दीदी बहिनीया
सुनियो हमरी बात … आत्म्हत्या के दूर
भगाउ तबे होतई कल्याण
सब कोई सोचियों,मुजफ्फरपुर में कुहके कोयलिया हे आत्म्हत्या के भगाव, हम सब का यह अभियान हैं आत्महत्या मिटाना काम हैं, समाज से आत्म्हत्या को दूर भगाना हैं, हाथ से हाथ मिलाव हे दीदी आत्महत्या के भगाव जैसे जागरूकता गीत गाकर आत्महत्या को जड़ से मिटाने का संदेश दिया।
नाट्य निर्देशक सुनील कुमार ने बताया कि कार्यक्रम को आसव हॉस्पिटल, सामाजिक संस्था पहल, रोटरी क्लब,रोटरी क्लब लिच्छवी,चाइल्ड सर्जन डॉक्टर अजय कुमार द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित की गई जिसमें विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस के पूर्व संध्या पर बेला एवं विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस पर मिठनपुरा में नुक्कड़ नाटक मैं समझ सकता हूं की प्रस्तुति की गई जिसे दर्शकों द्वारा सराहा गया। इस अवसर पर लोगो ने शपथ ली की न ही हम आत्महत्या करेंगे न ही किसी को आत्महत्या के लिए प्रेरित करेंगे।अचानक हुए व्यवहार में पर बदलाव में व्यक्ति का साथ नही छोड़ेंगे उनसे लगातार संपर्क में रहेंगे और उनसे बातचीत करते रहेंगे।