मुजफ्फरपुर। ब्रह्मानन्द ठाकुर
सकरा विधानसभा सीट से जदयू के घोषित उम्मीदवार को वापस लिए जाने की मांग को लेकर 15 अक्टूबर को इमलीचट्टी मुजफ्फरपुर स्थित जिला जदयू कार्यालय पर सकरा और मुरोल प्रखंड के लगभग 100 से अधिक कार्यकर्ताओं ने एक दिवसीय धरना दिया। इन कार्यकर्ताओं की मांग है कि वे सकरा सीट से जदयू के घोषित उम्मीदवार कांटी विधायक अशोक कुमार चौधरी का नाम वापस लिया जाए और उनकी जगह पार्टी के किसी स्थानीय और समर्पित कार्यकर्ता को उम्मीदवार बनाया जाए। जदयू के सकरा प्रखंड अध्यक्ष रविभूषण ने इसकी जानकारी देते हूए बताया कि कल सकरा में आयोजित मुरौल और सकरा प्रखंड के प्रखंड और पंचायत स्तरीय कार्यकर्ताओं की एक बैठक हुई जिसमें करीब 750 जदयू कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। बैठक में सर्वसम्मति से अशोक कुमार चौधरी की उम्मीदवारी को खारिज कर दिया गया। उन्होने बताया कि सकरा से घोषित उम्मीदवार अशोक चौधरी कांटी के विधायक हैं जो पिछले चुनाव में वहां से निर्दलीय चुनाव जीत कर बाद में जदयू में शामिल हुए थे। उनको सकरा से जदयू का उम्मीदवार बनाकर पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने स्थानीय कार्यकर्ताओं का मनोबल तोडने का काम किया है।
जदयू के पूर्व जिला अध्यक्ष हरिओम कुशवाहा ने अशोक कुमार चौधरी को सकरा से उम्मीदवार बनाए जाने का विरोध करते हुए कहा कि सकरा विधानसभा क्षेत्र शुरू से समाजवादियों का गढ रहा है। यहां पार्टी में एक पर एक समर्पित और जुझारू कार्यकर्ता हैं जिनमें से किसी एक को टिकट मिलना चाहिए। यहां के कार्यकर्ता किसी बाहरी उम्मीदवार का समर्थन नहीं करेंगे। सकरा प्रखंड जदयू अध्यक्ष रविभूषण ने जिला जदयू अध्यक्ष को एक पत्र लिखकर अशोक कुमार चौधरी की उम्मीदवारी वापस लिए जाने की मांग की है। पार्टी के जिलास्तरीय एक पदाधिकारी ने तो यहां तक कह दिया है कि यदि बाहरी प्रत्याशी को यहां से वापस नहीं लिया गया तो इस विस क्षेत्र के जदयू कार्यकर्ता एक जुट होकर चुनाव में इस प्रत्याशी के खिलाफ वोट करेंगे।