ब्रह्मानंद ठाकुर पुष्यमित्र जी की इस किताब रुकतापुर में एक रिपोर्ताज का शीर्षक है – ‘ दूध न बताशा, बौवा
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‘अकाल’ की दहलीज पर खड़ा बिहार
पुष्यमित्र इन दिनों लगभग पूरा बिहार भीषण किस्म के जलसंकट का सामना कर रहा है। दक्षिण बिहार की स्थिति तो
गुजरात से पलायन और सियासत का मकड़जाल
राकेश कायस्थ गुजरात में भड़की हिंसा और यूपी-बिहार के मजदूरों के पलायन के पीछे की असली वजह क्या है? सरसरी
सड़ता सिस्टम, सोती सरकार और दम तोड़ती बेटियां
पुष्यमित्र कल से जो बवाल मचना शुरू हुआ था, उसके दबाव में आज बिहार सरकार ने मुजफ्फरपुर बालिका गृह के
सिमुलतला कैसे बनेगा नेतरहाट का विकल्प?
ब्रह्मानंद ठाकुर नेतरहाट एक ऐसा विद्यालय जहां से IAS और IPS समेत ढेरों अफसर निकलते हैं, कभी ये विद्यालय बिहार
‘सुशासन बाबू का फ़ैसला गांधीद्रोह से कम नहीं’
ब्रह्मानंद ठाकुर बिहार सरकार के एक फैसले को लेकर पिछले दिनों अखबारों में ‘बुनियादी विद्यालयों को खत्म करने पर तुली
8 साल बाद जारंग गांव में लौटी ‘उम्मीदों के स्कूल’ की रौनक
ब्रह्मानंद ठाकुर आखिर क्या वजह है कि जब कोई मंत्री या नेता गांव-गिराव में जाता है तभी प्रशासन को वहां
खाये पिये कुछ नहीं, गिलास फोड़े बारह आना
राकेश कायस्थ अक्टूबर 2015 की बात है। बिहार के चुनावी तमाशे के बीच अचानक एक एमएमएस सामने आया। औघड़ सरीखे
फरक्का बांध, सिल्ट और नदियों की अविरल धारा
पुष्यमित्र मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने फरक्का बराज की वजह से गंगा नदी और बिहार को होने वाले नुकसान का मसला
धान ‘छूट’ हे सरकार… धान ‘छूट’ हे !
पुष्यमित्र फरवरी महीना खत्म होने वाला है । राजधानी पटना में पक्ष-विपक्ष के बीच धान खरीद को लेकर रोज तू-तू, मैं-मैं जारी