शिल्पा की मुस्कान से डर कर भागेगा कैंसर

शिल्पा की मुस्कान से डर कर भागेगा कैंसर

अजीत अंजुम के फेसबुक वॉल से साभार

ये शिल्पा जी हैं। हम सबकी दोस्त और हम सबके अजीज राजीव कुमार जी की पत्नी। कुछ महीने एक दिन अचानक पता चला कि डॉक्टर ने उन्हें कैंसर पीड़ित बताया है। जल्द सर्जरी की सलाह दी है। भागे -भागे हम सब उनके घर पहुंचे। राजीव कुमार के चेहरे का रंग उड़ा था। कुछ मायूसी हम भी अपने साथ ले गए थे। उन्हें हौसला देकर जैसे ही शिल्पा जी के कमरे में दाखिल हुए , उनकी उसी हंसी और पुरानी ऊर्जा ने हमारा स्वागत किया।

हम पहुंचे तो थे उन्हें हिम्मत नहीं हारने की बोली वाली गोली देने लेकिन वो तो ऐसे बिंदास होकर हम सबके स्वागत में जुट गईं जैसे कुछ हुआ ही न हो। उन्हें तो बहुत कुछ हो चुका था। कैंसर ने ऐसा जकड़ा था कि तुरंत सर्जरी की जरुरत थी। एम्स में सर्जरी हुई भी। जब वहां दाखिल हुईं तो भी हम उनके कमरे में मायूस चेहरा लिए पहुंचे। उनके खिले चेहरे ने हमें बता दिया कि कैंसर कुछ भी कर सकता है , शिल्पा जी की जीवंतता का कुछ नहीं बिगाड़ सकता। हंसते हुए ही वो ऑपरेशन थियेटर में गईं। होश आया तो हंसते हुए सबसे मिलीं। हर दुखी शख्स को हंसी के कुछ टुकड़े देकर उन्होंने सीसीयू से वापस भेजा।

इस बीच हम सब बार – बार मिलते रहे। उनका कीमो भी होता रहा। कैंसर जैसे रंग दिखाता है , बाल उड़ाता है , शरीर तोड़ता है, सब शिल्पा जी झेलती रहीं। फिर भी वैसी ही बनी रहीं। मुंह लटकाए उनके घर में दाखिल हुए लोग उन्हें देखकर मुस्कुराते हुए कुछ खा पीकर ही लौटे। डर, दुख, अनिश्चितता ..सब शिल्पा के भीतर दफन हो, मुस्कुराहटों के लबादे में तब्दील हो जाते हैं। 

एक सप्ताह पहले अचानक पता चला कि ऑपरेशन के बाद जिस्म के एक हिस्से से बेदखल हुए कैंसर ने दूसरे हिस्से में फन काढ़ लिया है। हम सब फिर उनके घर पहुंचे। शिल्पा फिर वैसे ही मिलीं, जैसे कुछ हुआ ही न हो। और तो और उन्होंने कुछ बनाकर खिलाया। चिरपरिचित मुद्रा में मुस्कुराहटों के गुलदस्ते सबको भेंट किये और गप्प मारने बैठ गईं।  17 अगस्त को उनका फिर ऑपरेशन हुआ है। फिर हम अस्पताल में थे। ओटी से लौटकर वही मुस्कुराता चेहरा सामने था, जिसका कुछ ही महीने के भीतर दूसरी बार कैंसर का ऑपरेशन हुआ है। कीमो ने हुलिया बिगाड़ दिया हो , फिर भी वो महिला अगर ओटी से आते ही हंसते हुए हाल पूछने वालों का ही हाल पूछने लगे तो आप समझ सकते हैं कि भीतर कितनी ताकत है, कितना हौसला है। सबसे बड़ी बात मामूली दुखों को भी पहाड़ मानकर अपने ऊपर लाद लेने वाले लोगों के मुकाबले कितनी जीवट हैं। सलाम है शिल्पा जी आपको। यकीन मानिए आपकी जगह मैं होता तो रोंदू सूरत लिए ही शायद मिलता। आपको देखकर तो कैंसर भी हंसता ही होगा।

भगवान से दुआ है कि कैंसर की हर हाल में हार हो, शिल्पा की जीत हो। शिल्पा का संक्षिप्त परिचय ये है कि वो लंबे समय से सहारा टीवी में काम कर रही हैं और उनके पति राजीव कुमार भारत सरकार में संयुक्त सचिव स्तर के अधिकारी हैं। राजीव मेरे शहर के हैं। बीसों साल से हम-निवाला और हम-राज हैं, यारों के यार हैं, मददगारों के मददगार हैं। दोनों पति-पत्नी बेजोड़ हैं। इस बेजोड़ जोड़ी का कैंसर अब कुछ बिगाड़ न पाए। उनका ये हौसला बना रहे।


10570352_972098456134317_864997504139333871_nअजीत अंजुम। बिहार के बेगुसराय जिले के निवासी । पत्रकारिता जगत में अपने अल्हड़, फक्कड़ मिजाजी के साथ बड़े मीडिया हाउसेज के महारथी । बीएजी फिल्म के साथ लंबा नाता । स्टार न्यूज़ के लिए सनसनी और पोलखोल जैसे कार्यक्रमों के सूत्रधार । आज तक में छोटी सी पारी के बाद न्यूज़ 24 लॉन्च करने का श्रेय । इंडिया टीवी के पूर्व मैनेजिंग एडिटर ।

2 thoughts on “शिल्पा की मुस्कान से डर कर भागेगा कैंसर

  1. जीतेंगी शिल्पा ,हारेगा कैंसर ,हारेगा। हौसला बुलंद हो तो बडी मुसीबतें भी हार मान लेती हैं भाई। शिल्पा जी के बुलंद हौसले को सलाम और उनकी खुशहाल ,लम्बी उम्र की दुआ है ,भाई अंजुम जी।

  2. आनंदवर्धन प्रियवत्सलम- 10 सालों तक एक ही दफ्तर में साथ काम करते रहे. शिल्पा जी हमेशा हंस के पूछती- आनन्द कैसे हो. उनकी कैंसर की जानकारी रहते हुए भी मैंने कभी उनसे इस बारे में नहीं पूछा. उनकी जिंदादिली के बीच शायद कैंसर का सवाल पूछना अटपटा सा लगता.. हम जानते हैं कि शिल्पा जी इसे मात दे देंगी. शुभकामनाएं मैडम.बदलाव के मंच पर इसे पढ़ना वाकई दिल को छू लिया। अजीत अंजुम सर की इस लेखनी और प्रस्तुति को सलाम. बहुत बढ़िया सर

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