हां मैं थोड़ा स्वार्थी हूं

हां मैं थोड़ा स्वार्थी हूं

मोना चौहान के फेसबुक वॉल से साभार

मैं भारत का नागरिक हूँ
हाँ मैं थोड़ा स्वार्थी हूँ
आज मुझे मतलब है खुद से और अपने परिवार से इनके स्वास्थ्य और आहार से
क्योंकि इनकी जीवन रथ का एकमात्र मैं ही तो सारथी हूँ
हाँ मैं थोड़ा स्वार्थी हूँ
व्यवस्था को दोष दूँ तो देशद्रोही कहलाता हूँ
ना कुछ बोलू तो मूकदर्शक बन जाता हूँ
दोषारोपण का समय नहीं है जानता हूँ
इसके लिए मैं क्षमा प्रार्थी हूँ
हाँ मैं थोड़ा स्वार्थी
मैं तो ऐसा मजबूर हुआ हूँ
अपनों से ही दूर हुआ हूँ
कोई आये और कहे सब ठीक है
मैं तो अपनों का दर्शनार्थी हूँ
हाँ मैं थोड़ा स्वार्थी हूँ
हाँ मैं भारत का नागरिक हूँ
हाँ मैं थोड़ा स्वार्थी हूँ

2 thoughts on “हां मैं थोड़ा स्वार्थी हूं

  1. In panktiyo se man bav vibhor ho uthta hai… Dil deshbhakti se it prot ho jaata hai

Comments are closed.