बदलाव प्रतिनिधि, जौनपुर
पूरी दुनिया कोरोना संकट से जूझ रही है । हिदुस्तान में भी कोरोना का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है, जिससे सरकार की चिंता भी बढ़ रही है। शहरों के मुकाबले गांव में हालात अभी तक काफी ठीक हैं, लेकिन गांव में महामारी अपने पांव न पसारे इसके लिए जरूरी है कि कोरोना से बचाव के उपायों को जितनी जल्दी हो हर कोई अपना ले । लिहाजा यूपी के जौनपुर जिले में कुछ गांव में युवा फॉर्मासिस्टों ने इसका बीड़ा उठाया और गांव-गांव जाकर लोगों को जागरुक करने में जुटे हैं ।
नौपेड़वा के महिमापुर डीह गांव में करीब 300 परिवारों से प्रदीप और उनके साथी रंजीत संपर्क कर चुके हैं और उन्हें कोरोना से बचने के उपाय की जानकारी दे रहे हैं । इतना ही नहीं प्रदीप और उनकी टीम हर परिवार को बचाव के लिए एक किट भी दे रही है जिसमें सैनिटाइजर, डिटॉल और मास्क शामिल है । परिवार के हर सदस्य को मास्क दिया जा रहा है । प्रदीप का कहना है कि गांवों में कुछ लोग अब भी कोरोना को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। शायद इसकी एक वजह जागरुकता की कमी है । शहरों में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए भी लोग सजग नहीं हैं, लिहाजा ऐसे लोगों को समझाना थोड़ा मुश्किल हो रहा है, लेकिन प्रदीप और उनकी टीम सुबह शाम लगातार गांव वालों के बीच जा कर उनको सुरक्षा के उपायों का ध्यान रखने की अपील कर रही है । प्रदीप के मुताबिक कई दिनों की मेहनत के बाद अब लोग जागरुक होने लगे हैं और सैनिटाइजर, मास्क का भी इस्तेमाल करने लगे हैं ।
प्रदीप एक फॉर्मासिस्ट हैं और उन्होंने तीन साल पहले प्राजोन मेडिकल एजेंसी नाम से दवाओं की सप्लाई का काम शुरू किया लेकिन इसी साल मार्च के शुरूआत में उन्होंने PRAZONE GROUP ऑफ कंपनी बना ली, लेकिन तब तक कोरोना हिंदुस्तान में दस्तक दे चुका था लिहाजा प्रदीप ने फैसला किया कि उनकी कंपनी अपने कारोबार पर फोकस करने की बजाय गांव वालों को सुरक्षित रखने के लिए काम करेगी ।