कोरोना काल में तड़पते शहर का गांव को संदेश

कोरोना काल में तड़पते शहर का गांव को संदेश

पुष्यमित्र
बिहार के गांव में रहने वाले सभी लोगों से हाथ जोड़ कर प्रार्थना करता हूं कि कृपया इस भीषण वक़्त में शादी-ब्याह, मुंडन-जनेऊ सब टाल दें। इन आयोजनों की वजह से गांव-गांव में कोरोना फैल रहा है। आपको शायद अंदाजा नहीं है कि अभी जब बिहार में आपदा की शुरुआत है तभी अस्पतालों के सारे बेड फुल हैं। बिहार में अभी पीक आना बांकी है। हर विशेषज्ञ कह रहा है कि असली कहर बिहार और यूपी के गांवों में बरसेगा जहां स्वास्थ्य सुविधाएं बेहद लचर हैं। अगर बिहार के गांवों में कोरोना तान्डव दिखाने लगा तो अभी से दस गुना बदतर हालत हो जायेगी। इसलिये यह अनुरोध कर रहा हूं। अभी भी वक़्त है घर में बन्द हो जायें। कम से कम 15 मई तक। आयोजन बाद में भी होंगे।

अरुण यादव

मेरे प्यारे गांव के लोगों संकट बहुत बड़ा है। शहर का सिस्टम पूरी तरह फेल हो चुका है । लोग गांव की तरफ भागने लगे हैं उनको सेल्फ आइसोलेट करने को बोलिए। अगर किसी को सिम्टम्स हैं तो उसे डॉक्टर को दिखाईए साथ ही घर में अलग रहने को बोलिए। उससे भी जरूरी बात गांव में इस वक़्त शादी विवाह और तमाम आयोजनों का समय है हो सके तो कुछ दिन के लिए टाल दीजिए। बहुत जरूरी हो तो सिर्फ परिवार के साथ आयोजन पूरा कीजिए, खुद सुरक्षित रहिए और दूसरों को सुरक्षित रखिए । इसबार कोरोना की लहर बहुत घातक है। गांव में स्वास्थ्य सेवाओं का बुरा हाल है। गांव में corona फैला तो कितनी बड़ी त्रासदी होगी अंदाजा भी नहीं लगाया जा सकता । सतर्क रहिए और सुरक्षित रहिए।