टीम बदलाव पिछले 6 महीने में देश का अन्नदाता तीसरी बार लोकतंत्र के मंदिर पर मत्था टेकने आ चुका है
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अन्नदाता के लिए आखिर संसद का विशेष सत्र क्यों नहीं ?
वरिष्ठ पत्रकार उर्मिलेश के फेसबुक वॉल से साभार मेरा रिपोर्टर-मन नहीं माना! दो दिन से तबीयत कुछ ठीक नहीं लग
अगिला बार ढेर दिन खातिर अईह
अखिलेश्वर पांडेय कम पानी वाले पोखर की मछलियां दुबरा गयीं हैं ऊसर पड़े खेतों की मेढ़ें रो रही हैं बेरोजगार
विकास में पिछड़ते गांव और बढ़ता आर्थिक असंतुलन
शिरीष खरे विशेष तौर पर सत्तर के दशक में गांवों के लिए कई परियोजनाएं और कार्यक्रम चलाए गए। इसके पीछे
हाइब्रिड बीज का मायाजाल और किसानों की दुर्दशा
ब्रह्मानंद ठाकुर मनकचोटन भाई के दलान पर सांझ होते ही हमेशा की तरह आज भी टोला के लोगों का जुटान होने
ग्रामीण भारत की बदहाली और आर्थिक विकास का लालीपॉप
शिरीष खरे भारत में ग्रामीण और शहरी अंचल के लिए निर्धनता का निर्धारण अलग-अलग तरह से होता है। एक आंकड़े
टीस भरा बचपन
वीरेन नन्दा बचपन की यादों में लौटना केवल वही चाहते खोना बचपन के दिन ममता में जिनके बीते समता में बीते
सुकराती पर्व की सोन्ही यादें और बैलों की घंटी का संगीत
ब्रह्मानंद ठाकुर इस दुनिया मे चिरंतन ,शाश्वत और अपरिवर्तनशील कुछ भी नहीं है। वस्तुजगत का कण – कण परिवर्तनशील है।
फिल्म से पहले पिता ने क्यों किया पीहू का स्टिंग ऑपरेशन
विनोद कापड़ी पीहू के माता-पिता रोहित विश्वकर्मा और प्रेरणा शर्मा की सहमति मिलने के बाद मैंने तय किया कि अब
मुजफ्फरपुर जिले के सभी प्रखंडों को सूखाग्रस्त घोषित करने की मांग
बदलाव प्रतिनिधि, मुजफ्फरपुर जिले के प्रगतिशील किसानों की बैठक 22 अक्टूबर को शहीद खुदीराम बोस – प्रफुल्ल चाकी स्मारक स्थल