पुष्यमित्र बिहार में एनडीए के सीटों का हिसाब किताब तो हो गया। इस हिसाब किताब में सबसे ध्यान देने वाली
Category: बिहार/झारखंड
बिहार के किशनगंज में चुनाव लड़ने से क्यों भाग रहे हैं NDA नेता
पुष्यमित्र शुक्रवार को किशनगंज के टेढागाछ प्रखंड मुख्यालय पहुंचा तो मालूम हुआ कि इस जगह का असली नाम दही भात
स्वतंत्र पत्रकारिता के नए प्रयोग पर निकल पड़ा है पथिक पुष्यमित्र
देश में चुनाव आने वाला है। सरकार अपना गुणगान करने में लगी है और विपक्ष सवाल उठाने में जुटा है
विकास के दावों के बीच पानी ढोना ही जहां ज़िन्दगी है !
विकास के बड़े दावों के बीच देश के आदिवासी क्षेत्रों में पानी के रंग कुछ ऐसे है। ये आदिवासी किसान
घर में खुशियां आने वाली है… पिता को समझ नहीं आया बहू से क्या बताऊं ..?
वे गांव में रहते थे। साधारण किसान थे। वक़्त बदला तो अहसास हुआ कि परिवार की जिंदगी बदलनी है। शहर
राजगीर की प्राकृतिक छटा और टमटम की सवारी
पुष्यमित्र राजगीर का घोड़ाकटोरा झील, मानसरोवर नहीं है, न ही सिक्किम के नाथुला इलाके में बसा छांगू लेक। मगर जनवरी
जब मैंने पहली बार कर्पूरी ठाकुर को देखा और सुना
ब्रह्मानंद ठाकुर साल तो ठीक याद नहीं, शायद 1964-65 रहा होगा। मैं अपने गांव के बेसिक स्कूल में छठी कक्षा
नरसिम्हा राव से लेकर मोदी तक सवर्ण आरक्षण और राजनीति
सरकारी नौकरियों और शिक्षा संस्थानों में अब सवर्णों को भी 10 प्रतिशत आरक्षण मिलेगा । अब तक आरक्षण का फायदा
खुशहाली के ख्वाब और ‘रेगिस्तान’!
दयाशंकर जी के फेसबुक वॉल से साभार ‘डियर जिंदगी’ को देशभर से पाठकों का स्नेह मिल रहा है. हमें हर
मेरा बचपन और मेरा गांव
ब्रह्मानंद ठाकुर होश संभालते ही देखा शीशम के खम्भे पर टिका फूस का घर । बाहर से टाटी से घिरे