शिरीष खरे स्वतंत्रता के बाद भारत जैसे विशाल और विविधता सम्पन्न देश में असंतुलन तथा अंतर्विरोधी समाधान के लिए योजना
Category: चौपाल
सौंदर्यीकरण के नाम पर ‘अतिक्रमण’
पुष्यमित्र के फेसबुक वॉल से साभार/यह दरभंगा के एक ऐतिहासिक तालाब का चित्र है। सम्भवतः हराही का। वहां सौंदर्यीकरण हो
कश्मीर पर सवालों से ‘मुठभेड़’ और एक नजरिया
ब्रह्मानंद ठाकुर ‘सिसकियां लेता स्वर्ग ‘ पुस्तक के कश्मीरी मूल के हिन्दी लेखक डॉक्टर निदा नवाज बाबू अयोध्या प्रसाद खत्री
कश्मीरियों के लिए एक ही विकल्प है-भारत, मगर दिल पर दें दस्तक
ब्रह्मानंद ठाकुर कश्मीरी मूल के हिन्दी लेखक डाक्टर निदा नवाज पिछले दिनों मुजफ्फरपुर आए। डाक्टर निदा नवाज को उनकी पुस्तक
पूंजीवाद और सामंतवाद की चक्की में पिसता किसान आंदोलन
शिरीष खरे आजकल देश में किसानों का बड़ा आंदोलन खड़ा करने की कोशिश चल रही है । जिसमें देशभर से
पशुपालन में छिपा है किसानों की खुशहाली का राज
पुष्यमित्र चार-पांच साल पहले झारखंड के एक गांव गया था । वह गांव सब्जी उत्पादन में अव्वल था । वहां
ग्रामीण भारत की बदहाली और आर्थिक विकास का लालीपॉप
शिरीष खरे भारत में ग्रामीण और शहरी अंचल के लिए निर्धनता का निर्धारण अलग-अलग तरह से होता है। एक आंकड़े
नन्हीं पीहू से प्यार और विनोद कापड़ी का पागलपन
विनोद कापड़ी फ़िल्म रिलीज़ होने में अब कुछ दिन बाक़ी हैं।अब पीहू फ़िल्म से जुड़ी कुछ कहानियाँ। सबसे पहले कैसे
उग्र हिंदुत्व के पैरोकारों का कुछ धर्म-ईमान भी बचा है?
राकेश कायस्थ के फेसबुक वॉल से साभार मैं आरएसएस को एक अतार्किक गैर-जिम्मेदार, षडयंत्रकारी और विभाजनकारी विचारधारा मानता हूं। यह
16 नवंबर को बड़े पर्दे पर नटखट पीहू का ‘विनोद’ और रोमांच
सत्येंद्र कुमार यादव 2016 की बात है । उस वक्त मेरा बेटा अथर्व करीब 2 साल का होगा। उसकी मां