शंभु झा आप अखबार पढ़ते हैं। क्यों पढ़ते हैं ? आप न्यूज़ चैनल देखते हैं। क्यों देखते हैं? क्या कहा…समाचार
Category: चौपाल
शीतलहर में दिल्ली की आबो-हवा की फिक्र
टीम बदलाव दिल्ली में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। ऐसे वक्त में जब लोग घरों में दुबके रहने को
नहीं मिल रही मुद्रा, कैसे बढ़ेगा कारोबार ?
सत्येंद्र कुमार यादव नमस्कार, मैं अपना डी जे साउन्ड का काम शुरु करना चाहता हूँ । इसमें कुल खर्च लगभग
आमिर ! झूठ सेहत के लिए हानिकारक है…
राकेश कायस्थ दंगल मुझे भारत में बनी सबसे अच्छी स्पोर्ट्स मूवी लगी। हॉल से निकलते वक्त मेरे 11 साल के
पुराने तैमूर पर नया ‘उन्माद’ कहीं ज़्यादा ख़तरनाक है!
कुमार सर्वेश मुझे आज सोशल मीडिया तैमूर लंग से ज्यादा खतरनाक लगता है। तैमूर तो अपने पेशे से खूंखार था।
आज भी खरे हैं ‘अनुपम मिश्र’
पुष्यमित्र सुबह से मन अनुपम मिश्र जी की यादों में अटका है। एक पल के लिये भी खुद को मुक्त
संडे हो या मंडे, अंडे से समझिए ज़िंदगी के फंडे
प्रशांत दुबे वैसे तो संदेशा देने के लिए आजकल सरकारी महकमों में एक अलग ही शाखा होती है, जिसका नाम
अकेलेपन के अंधेरों में रचा गरीबों की जिंदगी का उल्लास गीत
धीरेंद्र पुंडीर जयललिता दक्षिण भारत के राज्य तमिलनाडु की मुख्यमंत्री। रजत पट की अभिनेत्री और अभिनेता से नेता बने एमजीआर
कैशलेस के जुमलों से बंजारों का पेट भरेगा क्या?
आशीष सागर यूपी के बांदा में इन दिनों कोहरे के बीच गुलाबी धूप की गुनगुनाहट के साथ ठंड दस्तक दे
काले धन पर बड़ी मुहिम का ‘लीकेज’ बंद करें वित्त मंत्रीजी
अभया श्रीवास्तव नोटबंदी से बड़ी उम्मीदें हैं। लोग आमतौर पर खुश हैं। इस आस में कि कालेधन पर नकेल कसेगी।