ब्रह्मानंद ठाकुर बदलाव का होली मिलन समारोह इस बार बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में आयोजित हुआ । मुजफ्फरपुर के पीयर
Category: मेरा गांव, मेरा देश
वो ‘लम्हे’, ‘चांदनी’ यादें और ‘सदमा’
विकास मिश्रा 13 साल उम्र रही होगी, तब गांव में रेडियो ही मनोरंजन का पूर्ण साधन था। रेडियो सिलोन पर
बागमती का तट और बेनीपुरी का बदहाल गांव
ब्रह्मानंद ठाकुर मुजफ्फरपुर जिले में औराई प्रखंड का बेनीपुर गांव। आज से 119 साल पहले 23 दिसम्बर 1899 को इसी
सांगली का मादलमुठी शाला- एडुकेशन मॉडल के 8 दशक
शिरीष खरे “देश भर के गांवों में ऐसा स्कूल मिलना मुश्किल है।”– यह दावा है मादलमुठी शाला (सांगली, महाराष्ट्र) के
बहुत तकलीफ़देह है नीलाभ का यूं जाना
नमस्ते, कल्पितजी ! मैं नीलाभ मिश्र हूँ, पटना से आया हूँ । नवें दशक का कोई शुरुआती वर्ष था, जब
महाराष्ट्र के सांगली की प्राथमिक शाला की अपनी वेबसाइट
शिरीष खरे किसी एक छोटे गांव की प्राथमिक शाला की अपनी वेबसाइट होना विशेष भले ही न लगे, लेकिन क्या
मन फागुन-फागुन हो गया
संजय पंकज मंजरियों की गंध लगी तो मन फागुन फागुन हो गया! प्रेमिल सुधियाँ अंग लगी तो
गांववालों, आओ फूल उगाएं और चलें बाज़ार
अरुण प्रकाश देश का अन्नदाता बदहाल है, उसके पीछे कई वजह हैं, सबसे बड़ी वजह है बाजार के हिसाब से
3 घंटे और 2 इंटरवल वाले नाटकों का दौर
अनिल तिवारी मेरे कुछ मित्रों ने एपीसोड 8 के बाद पूछा कि बीआईसी किस तरह के नाटक किया करती थी?
बदलाव पाठशाला – हम पढ़ेंगे, खेलेंगे और कूदेंगे
बदलाव प्रतिनिधि मुजफ्फरपुर के बंदरा प्रखंड के प्रखंड विकास पदाधिकारी विजय कुमार ठाकुर ने प्रखंड के पियर गांव में टीम