पशुपति शर्मा आज दीवाली है। आज के दिन हम हमेशा मां से रिद्धि-सिद्धि के किस्से सुनते आए हैं। लेकिन आज
Category: गांव के नायक
मुज़फ़्फ़रनगर की ‘भारत मां’
अश्विनी शर्मा जिस मुजफ्फरनगर में धर्म के नाम पर मारकाट मची। जब लोग हिंदू-मुस्लिम के नाम पर मरकट रहे थे,
तुम निडर डरो नहीं, तुम निडर डटो वहीं
अरुण प्रकाश डीएम साहब सुनते नहीं, सचिव महोदय के पास फुरसत नहीं, सीईओ (मुख्य कार्यपालन अधिकारी ) को परवाह नहीं।
नेताजी! किसानों से सीखें बिना ‘ज़हर’ के वोटों की ‘खेती’
पुष्यमित्र जीतेगा भाई जीतेगा लालटेन छाप जीतेगा… हमारा नेता कैसा हो अजै प्रताप जैसा हो… फलां छाप पर मोहर लगा
गाता रहे फूलों सा ये दिल…
हमारे आपके आस-पास कई लोग ऐसे होते हैं, जिनकी जिंदादिली एक मिसाल बन जाती है। ऐसे ही एक जिंदादिल इंसान
चमोली के चितेरे की विजयगाथा
बी डी असनोड़ा बचपन में भाई के लिए दौड़ लगाने की ललक कुछ ऐसी लगी की दौड़ते दौड़ते कब रीयो
संघर्ष के तीन दशक, वही कसक… वही ठसक
यह विकास, विस्थापन और पुनर्वास के संघर्ष की ऐसी दास्तान है जो महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और गुजरात की सीमाओं को
गंगा का आंगन बुहारती पूर्वोत्तर की बेटियां
सत्येंद्र कुमार ट्विटर पर टेमसुतुला इमसोंग की टीम की तस्वीरें करीब एक साल से देख रहा हूं। ये अपनी टीम
रवीन्द्रक परंपरा निभा रहल छथि पोती परंपरा
सत्येंद्र कुमार मिथिलांचल-कोसी में दादा जी ‘चलू-चलू बहिना’ गीत गा कर बिहारियों का दिल जीत लिया करते थे तो वहीं
छोटी पहल से बड़ी खुशियां बंटोरते हैं वो
– पशुपति शर्मा की रिपोर्ट। नेक इरादों के साथ छोटी कोशिशों का भी अपना एक असर होता है। कुछ इसी