महाराष्ट्र के किसानों के लिए 2024 का सावन बड़ी ख़ुशियां लेकर आया. देश में जिस वक़्त मानसूनी बादलों से जुड़ी
Category: खेती-बाड़ी
सूखा है तो है, उन्हें तो सिर्फ सत्ता से मतलब है!
पुष्यमित्र / इन दिनों बिहार समेत लगभग पूरा देश भीषण सूखे का सामना कर रहा है, अगर 5-7 फीसदी लोगों
सौर ऊर्जा से खेतों में सिंचाई कीजिए, और फसलों की छंटाई भी
सौर ऊर्जा आज हमारे देश में वैकल्पिक ऊर्जा का प्रमुख साधन बन चुकी है । अमूमन लोग सौर ऊर्जा का
एक ऐसा फ्रीजर जो बिना बिजली के दूध रखता है ठंडा
भारत में हर साल गांव वाले 102 मिलियन गैलन यानी 38 करोड़ 61 लाख 12 हजार लीटर दूध का उत्पादन
बाढ़ प्रभावित किसानों के लिए बड़ा गिफ्ट… फिलिपींस से खुशहाली की ख़बर
तीन हफ्ते लंबी बाढ़ को भी मात दे रही है धान की यह नयी वेराइटी. बिहार के सीतामढ़ी जिले के
धान के खेत में पीएम मोदी क्या कर रहे हैं ?
पीएम मोदी ने फिलिपींस में अंतर्राष्ट्रीय चावल अनुसंधान केंद्र में एक विशेष प्रयोगशाल का उद्घाटन किया । साथ ही भारत
बिना किसी खर्च बनाएं कंपोस्ट और बढ़ाएं पैदावार
इफको के फेसबुक वॉल से रासायनिक उर्वरकों के इस्तेमाल से खेतों में पैदावार जरूर बढ़ती है लेकिन जमीन की उर्वरा
फिर बिखरेगा चंपारण का ‘नीला’ रंग!
पुष्यमित्र भारत ने दुनिया को जो कुछ बेशकीमती तोहफे दिये हैं उनमें से एक प्राकृतिक नीला रंग नील भी है।
‘दाल क्रांति’ से ही मिलेगी ग़रीबों को दाल-रोटी
जितेंद्र कुमार शर्मा आज गरीबों की थाली से दाल गायब होती जा रही है। हरित क्रांति में गेंहू और धान
विकास सोने की कटारी है, तो क्या उसे अपने पेट में भोंक लें ?
राकेश मालवीय सत्तर साल में विकास के किसी भी आयाम ने ‘डिलीवर’ नहीं किया है, इसे स्वीकारने में हमें इतनी