बजट से पहले किसानों के मन की बात सुनिए वित्त मंत्रीजी

ब्रह्मानंद ठाकुर हमारे देश में किसानों की दुर्दशा किसी से छिपी नहीं है, फिर भी सरकारी योजनाओं और बजट में

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राजधानी दिल्ली में ‘अलग मुलक का बाशिंदा’

पशुपति शर्मा राजकमल नायक। रंगमंच का ऐसा साधक, जिसने मंच पर तो एक बड़ी दुनिया रची लेकिन सुर्खियों के ताम-झाम

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‘कानून’ आया आपके द्वार: ‘समझबूझ’ कर लड़ो लड़ाई

प्रियंका यादव राजधानी दिल्ली में एसडीएम ऑफिस में अपनी तरह का पहला फ्री लीगल क्लिनिक सेवा की शुरुआत की गई

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कोरेगांव की लड़ाई- सैनिकों की कोई जाति नहीं होती

अमरेश मिश्र  कोरेगांव की लड़ाई का जश्न मैं कभी पचा नहीं पाया। फिर भी, आधुनिक भारत की जटिल जातीय राजनीति

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पल्लवी ने बनाई बिहार की ‘पहली प्लास्टिक की सड़क’

आपके आस-पास फैला प्लास्टिक का कचरा आपके लिए कूड़े से ज्यादा कुछ नहीं होता, लेकिन क्या आप सोच सकते हैं

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‘करोड़ों’ की जमीन का मालिक मजदूरी करने को मजबूर

शिरीष खरे अलेक्जेंड्राइट नाम के दुनिया के बेशकीमती पत्थर जिस खेत से निकले उस खेत का मालिक कैसा होना चाहिए

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अदालतों में फ़ैसले होते हैं, इंसाफ़ हो यह ज़रूरी नहीं

राकेश कायस्थ सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज जस्टिस पी.वी. सावंत ने आजतक को जो इंटरव्यू दिया है, उसमें बहुत सी

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