ब्रह्मानन्द ठाकुर 8 मार्च का दिन दुनिया में अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के रूप में मनाया जाता है। आज से 107
Author: badalav
हर ढहती हुई मूर्ति ‘गांधीजी’ की ही है
पीयूष बबेले त्रिपुरा में लेनिन की मूर्ति को बुल्डोज किया गया तो पहले गुस्सा और फिर दुख हुआ। जो लोग एक
वीरान बिड़ला नगर में बिखरी ‘बुद्धू’ की कुछ यादें
अनिल तिवारी ग्वालियर के बिड़ला नगर में दिन बीत रहे थे। दादागीरी के साथ मेरी जिन्दगी में रंगमंच की अहमियत
त्रिपुरा में छद्म वामपंथ की पराजय
ब्रह्मानन्द ठाकुर भारत के पूर्वोत्तर राज्य त्रिपुरा में वामपंथ का गढ़ ध्वस्त हो गया। बंगाल में सत्ता हाथ से खिसकने
लोकतंत्र की काग़ज़ी खूबसूरती ज़मीन पर कब उतरेगी- उर्मिलेश
पशुपति शर्मा “हिंदुस्तान जितना खूबसूरत लोकतंत्र काग़जों पर है, उतना खूबसूरत लोकतंत्र ज़मीन पर नहीं दिखता। जबकि यूरोप के कई
वरिष्ठ पत्रकार उर्मिलेश से बातें आज सुबह 11 बजे
बदलाव टीम वरिष्ठ पत्रकारों से मुलाकात और अनौपचारिक बातचीत का सिलसिला शुरू आज से कर रही है। हमें खुशी
अब न रहा वो फगुआ, अब न रहे वो हुरियारे
प्रशांत पांडेय ज़िंदगी की आपा धापी में प्राथमिकताएँ बदल जाती हैं। मनुष्य समय के चक्र में फँसकर उसी के इशारे
बदलाव के दूसरे होली मिलन में बच्चों ने बिखेरे रंग
ब्रह्मानंद ठाकुर बदलाव का होली मिलन समारोह इस बार बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में आयोजित हुआ । मुजफ्फरपुर के पीयर
वो ‘लम्हे’, ‘चांदनी’ यादें और ‘सदमा’
विकास मिश्रा 13 साल उम्र रही होगी, तब गांव में रेडियो ही मनोरंजन का पूर्ण साधन था। रेडियो सिलोन पर
बागमती का तट और बेनीपुरी का बदहाल गांव
ब्रह्मानंद ठाकुर मुजफ्फरपुर जिले में औराई प्रखंड का बेनीपुर गांव। आज से 119 साल पहले 23 दिसम्बर 1899 को इसी