वरिष्ठ पत्रकार उर्मिलेश के फेसबुक वॉल से रमजान का महीना खत्म होते ही एक बार फिर सरकार ने कश्मीर घाटी
Author: badalav
‘द्रव्य’ दुकान और मोहल्ले की अटूट दोस्ती
वीरेन नंदा किस्सागोई के पहले अंक में आपने पढ़ा पति-पत्नी के बीच की मीठी नोकझोंक जिसमें प्यार भी रहता है
ग़ाज़ियाबाद में आज ‘एक दिन के मेहमान’ का मंचन
गाजियाबाद के इंद्रप्रस्थ इंजीनियरिंग कॉलेज में आज दिनांक 17 जून दिन रविवार की शाम 7 बजे एक दिन का
पूर्णिया के सांसद संतोष कुशवाहा के गोद लिए गांव का हाल
गोविंद कुमार कहते हैं बदलते वक्त के साथ आदमी के रहन-सहन, विचार व्यव्हार,पठन -पाठन तक अनेक बदलाव और विस्तार हुये
काबिल नहीं कठपुतली अफसर चाहिए क्या साहब ?
पुष्य मित्र मोदी सरकार प्रशासनिक सेवा में कॉरपोरेट जगत के अनुभवी लोगों को जगह देने की तैयारी में जुटी है
शुक्र है इंसानियत आज भी जिंदा है
अर्वित राज दिल्ली-NCR की भागदौड़ भरी जिंदगी कितनी तनाव पूर्ण होती है ये बात किसी से छिपी नहीं है। ना
कमजोर दिल वाले न देखें.. तस्वीरें विचलित करती हैं!
ये तस्वीरें बिहार के नालंदा जिले के नूर सराय की हैं। कल (10 जून 2018) जब वहां के सब्जी किसानों
अतिवादों के दौर का जनक है पूजीवादी अर्थतंत्र-ब्रह्मानंद ठाकुर
ब्रह्मानंद ठाकुर विनय तरुण स्मृति व्याख्यान 2018 का विषय है- अतिवादों के दौर में पत्रकारिता और गांधीवाद। मैं यह स्पष्ट कर
क्योंकि मैं सड़क हूं!
मैं सड़क हूं, मेरे यहां आपका स्वागत है, लेकिन WALK AT YOUR OWN RISK…! अरे, अरे, घबराइए नहीं, मेरा मतलब