डा. सुधांशु कुमार आज के निष्प्राण , अमनोवैज्ञानिक व सूचना केन्द्रित शैक्षिक आपातकाल के बीच विश्वकवि एवं महान चिंतक रवीन्द्रनाथ
Author: badalav
मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड में कब और कहां चूक हुई?
वीरेन नंदा मुजफ्फरपुर में “सेवा-संकल्प विकास समिति” नामक एनजीओ के तहत चलने वाली संस्था “बालिका अल्पावास गृह” में 41 बच्चियों
बचवा, रोज सबेरे मुंह धोके एगो ढूंढी खात रइ ह
उर्मिलेश उर्मिल के फेसबुक वॉल से माई की आज (28 अगस्त) पुण्यतिथि है। उसे गये आज पूरे 15 साल हो
गिलहरी
अभिषेक राज दिल में आता है एक गिलहरी पाल लूं ऑफिस से आते जाते ही सही मैं उसका हाल लूं
मीडिया – जो फड़फड़ाएगा उसके पंख काट दिए जाएंगे!
राकेश कायस्थ के फेसबुक वॉल से साभार ‘न्यू इंडिया’ नरेंद्र मोदी की वजह से नहीं है बल्कि मोदी के होने
मुजफ्फरपुर कांड के ख़िलाफ़ सड़क पर उतरी बेटियां
बदलाव प्रतिनिधि, मुजफ्फरपुर बेटियों ने भरी हुंकार, नही सहेंगे अत्याचार। बहुचर्चित मुजफ्फरपुर बालिका गृह यौन उत्पीड़न कांड और सरैया में
रंगीन मिजाज़ इमरान राजनीतिक मैच का रूख बदल सकते हैं-पद्मपति शर्मा
पद्मपति शर्मा बेशक इमरान खान पाकिस्तानी फौज की पसंद थे और यह भी सही है कि दहशतगर्दो के प्रति सहानुभूति
‘देश में समान शिक्षा के लिए जन आंदोलन की जरूरत’
टीम बदलाव आजादी के 7 दशक बाद भी हम देश में समान शिक्षा और समान स्वास्थ्य जैसी मूलभूत जरूरतों को
नारी को शरण देने वाले ही उसके शोषण का व्यूह रच रहे हैं
बदलाव प्रतिनिधि, पटना मुज्जफरपुर के बालिका गृह में घटित वीभत्स घटना को लेकर उद्देलित पटना का बौद्धिक समाज बारिश और जाम
सांप्रदायिकता सरकार का सबसे बड़ा अस्त्र है- प्रेमचंद
डा. सुधांशु कुमार हिंदी कथा साहित्य को ‘तिलस्म’ और ‘ऐय्यारी’ के खंडहर व अंधेरी गुफा से निकालकर जनसामान्य के दुख-दर्द