निखिल दुबे के फेसबुक वॉल से साभार समाज और सियासत की NO PARKING में खड़े कर दिए गए हैं भगवान।
Author: badalav
खर्राटामय ‘संगीत’ और प्रयागराज का यादगार सफर
शरद अवस्थी के फेसबुक वॉल से साभार रातके लगभग 12 बजने को आए, प्रयागराज एक्सप्रेस केबी1 कोचकी मिडिल बर्थ पर
किसानी छोड़ मजदूर बनने को मजबूर अन्नदाता
ब्रह्मानंद ठाकुर लाईन जब कट गया तब बदरुआ, फुलकेसरा और बटेसर अप्पन-अप्पन टिन हीं छिपा खेत के आडी पर रख
‘जयश्री राम’ ना हो जाए जेएनयू की गरिमा
प्रेमकुमार मणि के फेसबुक वॉल से साभार जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय परिसर में 5 दिसम्बर को सुबह 9 बजे आरएसएस संरक्षित
खुशहाली के ख्वाब और ‘रेगिस्तान’!
दयाशंकर जी के फेसबुक वॉल से साभार ‘डियर जिंदगी’ को देशभर से पाठकों का स्नेह मिल रहा है. हमें हर
मेरा बचपन और मेरा गांव
ब्रह्मानंद ठाकुर होश संभालते ही देखा शीशम के खम्भे पर टिका फूस का घर । बाहर से टाटी से घिरे
जब देश के पहले राष्ट्रपति को झेलना पड़ा दहेज प्रथा का दंश
ब्रह्मानंद ठाकुर बात आज से 102 साल पहले की है। राजेन्द्र बाबू 1916 में कलकत्ता ( अब कोलकाता ) से वकालत
देवरिया की वंदना के ‘गुनहगारों’ पर कब एक्शन लेगी पुलिस?
बदलाव प्रतिनिधि, देवरिया देवरिया की एक बेटी की ज़िंदगी शादी के महज 3 महीनों में ही नर्क बन गई। वो
किसानों के लिए सरकारी सब्सिडी का छलावा और घोंचू भाई का दर्द
ब्रह्मानंद ठाकुर मनकचोटन भाई के दलान पर आज की बतकही का मुद्दा सरकारी किसान चौपाल का था। बात यह थी
किसान आंदोलन और मीडिया की माया
टीम बदलाव पिछले 6 महीने में देश का अन्नदाता तीसरी बार लोकतंत्र के मंदिर पर मत्था टेकने आ चुका है