ब्रह्मानंद ठाकुर/ कलम के जादुगर रामवृक्ष बेनीपुरी । यह नाम जेहन में आते ही एक ऐसे व्यक्ति का चित्र उभरता
Author: badalav
…तो आप अपने बच्चों के केंद्र में कभी नहीं रह पाएंगे।
दयाशंकर मिश्रा के फेसबुक वॉल से साभार/ मेरे पास परिवार के लिए समय नहीं बचता। सुबह, बच्चे जब स्कूल जाते
पत्रकारिता और साहित्य का अद्भुत संगम है ‘बेख़ुदी में खोया शहर’
टीम बदलाव/ ‘गोदी मीडिया’ के दौर में पत्रकारिता पर उंगली उठाने का काम खुद पत्रकार या फिर लेखक ही कर
संवैधानिक मूल्यों पर आधारित शिक्षा की ओर बढ़ते कदम
शिरीष खरे/ हर कक्षा में ‘मूल्यवर्धन’ की गतिविधियों को संचालित करने के लिए दो प्रकार की गतिविधि पुस्तिकाएं होती हैं।
दंगों का दर्द और इंसाफ की धीमी रफ्तार
उर्मिलेश जी के फेसबुक वॉल से साभार/न्याय के लिए अगर 34 साल का लंबा इंतजार करना हो तो उस न्याय
बच्चों को रास्ता नहीं , पगडंडी बनाने में मदद करें!
दयाशंकर जी के फेसबुक वॉल से साभारहम बच्चों के अंतर्ज्ञान , सहजबोध पर यकीन करने की जगह अपने मन की
कश्मीर पर सवालों से ‘मुठभेड़’ और एक नजरिया
ब्रह्मानंद ठाकुर ‘सिसकियां लेता स्वर्ग ‘ पुस्तक के कश्मीरी मूल के हिन्दी लेखक डॉक्टर निदा नवाज बाबू अयोध्या प्रसाद खत्री
राफेल की रार और सियासी चाल
राकेश कायस्थ राफेल मामले पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद राहुल गांधी की यह पहली प्रतिक्रिया है। आरोप लगाने
सियासी ‘महाभारत’ के बाद शालीनता का शांतिपर्व
पीयूष बबेले के फेसबुक वॉल से साभारएक महीने के शोर शराबे और हद दर्जे के आक्रामकप्रचार अभियान के बाद पांच
ये पब्लिक है, सब जानती है !
उर्मिलेश / पहले पनगढ़िया साहब ने साथ छोड़ा। फिर अरविंद सुब्रह्मण्यम गये! रिजर्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल ने भी