फणिश्वरनाथ रेणु की जीवनी पर आधारित पुष्यमित्र की नई किताब- एक अप्रतिम कथाकार, एक जन्मजात विद्रोही, रेणु का संक्षिप्त जीवन
Author: badalav
सैनिक स्कूलों में निजी संस्थाओं की एंट्री क्यों ?
वरिष्ठ पत्रकार उर्मिलेश के फेसबुक वॉल से साभार अंग्रेजी तो अंग्रेजी, हिंदी के टीवी चैनल वाले भी लहलोट हैं कि
उद्योगपतियों की उम्मीदों को अमलीजामा पहनाने वाला बजट
पुष्यमित्र के फेसबुक वॉल से साभार यह बजट कार्पोरेट, शेयर बाज़ार और बड़ी कम्पनियों को सम्बोधित था। किसानों को सिर्फ
सुभाष चंद्र बोस के क्रांतिकारी बनने की कहानी
आज नेताजी सुभाषचंद्र बोस की 124 वीं जयंती है। आज ही के दिन (23 जनवरी) 1897 में उनका जन्म कटक
58 दिन से सड़क पर क्यों अन्नदाता ?
देश के किसान विवादास्पद कृषि कानूनों की वापसी और बिजली ( संशोधित ) बिल को रद्द करने की मांग को
घास की खुश्बू, बारूद की गंध के बीच प्रेम की बयार:ऑपरेशन बस्तर
डॉ. नीलू अग्रवाल भारत में कई ऐसे सुंदर प्रदेश हैं जहां के सीधे-साधे जीवन को नक्सलवाद का ग्रहण लग गया
ग़ज़लों ने कहा अलविदा 2020, वेलकम 2021
पेड़ों की छांव तले रचना पाठ की 70 वीं गोष्ठी में नये वर्ष का स्वागत “शाम-ए-ग़ज़ल” से हुआ। वर्ष के
रुकतापुर- विकास की आंकाक्षा का ‘चलतापुर’
नीलू अग्रवाल रुकतापुर एक रिपोर्टर की ऐसी डायरी है जो कोशी- सीमांचल में घूमते हुए देखे -अनदेखे, सुने – अनसुने,वहां
कृषि कानून पर सरकार की दलील और किसानों की आशंकाओं को समझिए
ब्रह्मानंद ठाकुर देश के किसान एक महीने से दिल्ली दरबार की दहलीज पर आंदोलन कर रहे हैं। सर्द मौसम में
पेड़ों की छांव तले शाम-ए-गज़ल का आयोजन कल
“पेड़ों की छांव तले रचना पाठ” के अंतर्गत होने वाली साहित्य गोष्ठी नये साल के आगमन से ठीक पहले रविवार,