एक दिन दिन डूब जाएगा पर दिनचर्या से नहीं और रात दिन के मटमैले विस्तार में लंबे समय तक अस्त
Author: badalav
जला तन, झुलसा मन… बिना धन कैसे हो इलाज?
प्रतिभा ज्योति पटना के मनेर ब्लॉक के छितनावा गांव की चंचल पासवान पर 21 अक्तूबर 2012 को एसिड से हमला
सम्मान वापसी- भावना और तर्क में किसका पलड़ा भारी?
प्रणव मुखर्जी, राष्ट्रपति दिवाकर मुक्तिबोध देश में बढ़ती असहिष्णुता के विरोध में नामचीन साहित्यकारों, फिल्मकारों, संस्कृतिकर्मियों और वैज्ञानिकों द्वारा राष्ट्रीय
सेहमलपुरवालों… सोच समझकर चुनना प्रधान
अरुण यादव उत्तर प्रदेश यानी वो राज्य जो देश की सियासत की दिशा और दशा बदलने का माद्दा रखता है।
गोयनका सम्मान का ‘राम नाम सत्य’
बाबा असहिष्णु आनंद जैसे विश्व भर में सिनेमा प्रेमियों को, खुद अभिनेता-अभिनेत्रियों को, फिल्म समीक्षकों को और सिनेमा के क्षेत्र
एक मज़दूर की आत्मा
ये जो सफेद स्वीमिंग पूल है पूल समझने की तुम्हारी भूल है इसे मैंने मेरे ख़ून से रंगा है तब
डंडा सें डंडा लड़े, ऊंट लड़े मुंह जोर
कीर्ति दीक्षित किसी को नीचा दिखाना हो या फिर किसी को बुरा भला कहना हो तो पढ़ा लिखा समाज उसे
अमेरिका से लौटी ‘भक्तन’ बदल रही है गांव
सत्येंद्र कुमार यादव सपनों ने उड़ान भरी और वो पहुंच गई अमेरिका, लेकिन पिता का दिल बेटी की कामयाबी विदेश
बाराह छत्तर मेला, पूर्णिमा बीत गैले… ‘अंधियारा’ छंटलै कि
रूपेश कुमार नेपाल के वराह क्षेत्र में कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर लगने वाले मेले में कोसी क्षेत्र के हजारो
हिंदु तुरक हम एके जाना- दरिया साहब
सुधा निकेतन रंजनी मध्ययुग में बहुत सारे पंथों और सम्प्रदायों की स्थापना हुई। भारत में इस समय व्यापारों और दस्तकारों