संगम पांडेय पिछले से पिछले हफ्ते कानपुर में होने से संक्षिप्त रूप से बिठूर जाना हुआ। करीब साल भर पहले
Author: badalav
रोजगार के लिए ऐसे मिलेगी ‘मुद्रा’
सत्येंद्र कुमार यादव गांव से लेकर शहर तक उन लोगों को जानता हूं जो छोटे-छोटे व्यवसाय शुरू करने के लिए
कांग्रेस का PPP मॉडल- प्रियंका, पंडित और प्रशांत!
कमलेश यादव यूपी विधानसभा चुनाव के लिए सभी दलों ने अपनी रणनीति बनानी शुरू कर दी है। ख़बर है कि
बुंदेलखंड के लिए एक उम्मीद है दशरथ का कुआं
आशीष सागर -हमारे देश में सूखा सियासत नहीं करता बल्कि सूखे पर सियासत जरूर होती है । शायद यही वजह
ईशमेला में सपनों की पाठशाला
अनीश सिंह कितना अच्छा हो जब बच्चों पर पढ़ाई के लिए उनपर दबाव न डाला जाए, कितना अच्छा हो जब
सीमांचल में ‘वर्चुअल दुनिया’ से रियल फाइट
पुष्यमित्र सोशल मीडिया ने आज पूरी दुनिया को एक सूत्र में बांध दिया है, किसी को पुराने दोस्त की तलाश
रोटियां उनकी थाली में कम, भूखे क्यों तुम ?
जब, तुम खोद रहे होते हो खाई अपने और उनके बीच सिर पर टोकरा लिए वो बना रहे होते हैं
इब्नेबतूता के किस्सों में मौजूद नदी एक ‘किस्सा’ ही बन गई!
ज़ैग़म मुर्तज़ा उत्तर प्रदेश का अमरोहा क़रीब तीन लाख की आबादी वाला क़स्बा है। इब्ने बतूता ने अपने सफरनामे में
गेहूं ने निराश किया, मक्का से उम्मीदें
रुपेश कुमार चौकाने वाले आंकड़े हैं कि जिले में प्रत्येक वर्ष गेहूं की उत्पादकता कम होती जा रही है। राष्ट्रीय
भारत माता की जय, समर्थन-विरोध का खेल निराला है!
पन्ना लाल भारत में देशभक्ति पर चल रही बहस को संदर्भों में देखने की जरूरत है। मातृभूमि की पूजा को