कुणाल प्रताप सिंह ” बढ़ई बढ़ई खूंटा चीरs, खूंटे में मोर दाल बा का खाऊं, का पीऊं का लेके परदेश
Tag: लोक गीत
काली घटा में जिया लरजे… गा ले कजरी सखि
सत्येंद्र कुमार सावन बीत जाए और कजरी की बात ना हो तो मजा नहीं आता। छहर-छहर बरसते बदरा के पानी में
कुणाल प्रताप सिंह ” बढ़ई बढ़ई खूंटा चीरs, खूंटे में मोर दाल बा का खाऊं, का पीऊं का लेके परदेश
सत्येंद्र कुमार सावन बीत जाए और कजरी की बात ना हो तो मजा नहीं आता। छहर-छहर बरसते बदरा के पानी में