नीलू अग्रवाल रुकतापुर एक रिपोर्टर की ऐसी डायरी है जो कोशी- सीमांचल में घूमते हुए देखे -अनदेखे, सुने – अनसुने,वहां
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शिक्षा तंत्र के श्राद्ध कर्म के बीच नारद कमीशन
ब्रह्मानंद ठाकुर जिन लोगों ने श्रीलाल शुक्ल का राग दरबारी पढा है, उन्हें नारद कमीशन भी पढना चाहिए। राग दरबारी
सोपान जोशी की एक दिलचस्प किताब जल-थल-मल
राकेश कायस्थ हिंसा, हाहाकार और बनारस में लड़कियों की पिटाई की ख़बरों से मन बहुत अशांत था। नज़र टेबल पर
‘सुन्नर नैका’-तटबंधों को तोड़ती एक प्रेम कथा
पशुपति शर्मा सुन्नर नैका। कोसी मइया की धाराओं और उसके प्रवाह की तरह कई तरह की अनिश्चितताओं और आवेग के साथ
प्रभात ख़बर के इतिहास से अविनाश ग़ायब क्यों हैं?
निराला बिदेसिया अभी कुछ दिनों पहले ही मन बनाया कि अचानक-अचानक एकदम से एफबी वगैरह से कुछ-कुछ दिनों के लिए