कुणाल प्रताप सिंह ” बढ़ई बढ़ई खूंटा चीरs, खूंटे में मोर दाल बा का खाऊं, का पीऊं का लेके परदेश
Tag: लोक परंपराएं
डंडा सें डंडा लड़े, ऊंट लड़े मुंह जोर
कीर्ति दीक्षित किसी को नीचा दिखाना हो या फिर किसी को बुरा भला कहना हो तो पढ़ा लिखा समाज उसे
कुणाल प्रताप सिंह ” बढ़ई बढ़ई खूंटा चीरs, खूंटे में मोर दाल बा का खाऊं, का पीऊं का लेके परदेश
कीर्ति दीक्षित किसी को नीचा दिखाना हो या फिर किसी को बुरा भला कहना हो तो पढ़ा लिखा समाज उसे