विनोद कापड़ी फ़िल्म रिलीज़ होने में अब कुछ दिन बाक़ी हैं।अब पीहू फ़िल्म से जुड़ी कुछ कहानियाँ। सबसे पहले कैसे
Tag: बॉलीवुड
16 नवंबर को बड़े पर्दे पर नटखट पीहू का ‘विनोद’ और रोमांच
सत्येंद्र कुमार यादव 2016 की बात है । उस वक्त मेरा बेटा अथर्व करीब 2 साल का होगा। उसकी मां
LIFE OF AN OUTCAST-गरीब का कोनो जात नहीं
किसलय झा 29 मई 2018 की शाम। फिल्म्स डिविजन ऑडिटोरियम, महादेव रोड, नई दिल्ली में फिल्म “Life of An Outcast”
दलितों का रोजमर्रा का संघर्ष -“लाइफ ऑफ एन आउटकास्ट ”
चित्रा अग्रवाल मास कम्युनिकेशन की पढ़ाई करने वाले अच्छे से जानते हैं कि सिनेमा बस मनोरंजन नहीं बल्कि अपनी बात
वो ‘लम्हे’, ‘चांदनी’ यादें और ‘सदमा’
विकास मिश्रा 13 साल उम्र रही होगी, तब गांव में रेडियो ही मनोरंजन का पूर्ण साधन था। रेडियो सिलोन पर
पद्मावत का नाम ‘खिलजावत’ क्यों न रखा ?
विकास मिश्र ‘पद्मावत’ देखकर लौटा हूं वो भी 3डी में। तीन घंटे लंबी इस फिल्म का नाम तो असल में
कुंदन शाह को ‘जाने भी दो यारों’
मयंक सक्सेना कुंदन शाह से दिल्ली में एक पत्रकार के तौर पर मिलना हुआ। पहली बार जब मिला था, तो छात्र
काले लिबास वाला
काले कपड़े पहनने का शौक़ । सादगी पसंद, बेबाक़ी से अपनी राय रखना उनकी आदत । अपनी फ़िल्मों से लेकर
पूर्णिया के ‘ड्रीम कैचर’ का सपना सच होने को है!
एपी यादव आम इंसान हो या फिर खास, गरीब या फिर अमीर हर किसी में एक समानता जरूर होती है
कृष्ण से सम्मोहन वाला सितारा अब गगन में चमकेगा!
देवांशु झा ऐसा सितारा कभी-कभार चमकता है, जिसमें किसी हॉलीवुड हंक सी अदा हो, किसी आदर्श पौराणिक भारतीय चरित्र जैसा सुघड़