मौनशुक्रिया तुम्हारातुम न होते तोक्या ज़िंदा होते हम?मौनशुक्रिया तुम्हारातुम न होते तोक्या ज़िंदा रह पाते हम?मौनशुक्रिया तुम्हारातुम न होते तोक्या
Tag: पशुपति शर्मा कविता
नौकरी की तेरहवीं
पशुपति शर्मा के फेसबुक वॉल से साभार आज तेरहवीं हैकोई नहीं हैउसके साथवो अकेले सोच रहा हैअब क्या? उसनेनहीं रखाकोई‘श्राद्ध