चौपाल मेरा गांव, मेरा देश पुराने तैमूर पर नया ‘उन्माद’ कहीं ज़्यादा ख़तरनाक है! 26/12/201628/12/2016 कुमार सर्वेश मुझे आज सोशल मीडिया तैमूर लंग से ज्यादा खतरनाक लगता है। तैमूर तो अपने पेशे से खूंखार था। और पढ़ें >