सुनो ! कोरी बकवास नहीं है बुलेट ट्रेन

सुनो ! कोरी बकवास नहीं है बुलेट ट्रेन

सत्येंद्र कुमार यादव

जिन्हें लग रहा है कि भारत में बुलेट ट्रेन दौड़ाना कोरी कल्पना है उन्हें अपनी गलतफहमी दूर कर लेनी चाहिए। ये कोरी बकवास नहीं है। खबर है कि जपान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे सितंबर में भारत दौरे पर आ सकते हैं । इस दौरान पीएम मोदी और शिंजो आबे अहमदाबाद-मुंबई बुलेट ट्रेन के लिए आधारशीला रख सकते हैं । जुलाई के अंतिम सप्ताह में वाराणसी दौरे पर आए रेलवे बोर्ड के चेयरमैन ने भी इस बात का संकेत दिया कि 2022-23 तक बुलेट ट्रेन का काम पूरा कर लिया जाएगा । रेलवे बोर्ड के चेयरमैन ए.के मित्तल ने 28 जुलाई को अहमदाबाद में समीक्षा बैठक कर बुलेट ट्रेन प्रॉजेक्ट की प्रगति और डेडिकेट फ्रेड कॉरिडोर कॉर्पोरेशन का जायजा लिया। बुलेट ट्रेन को लेकर कामकाज समय पर चल रहे हैं । इस दावे के बीच जापान के पीएम का अहमदाबाद आना इस बात को बल देता है कि भारत में बुलेट ट्रेन क सपना जल्द ही पूरा हो सकता है । बुलेट ट्रेन परियोजना जापान की मदद से बन रही है । अनुमान है कि इस प्रोजेक्ट के लिए 1 लाख 10 हजार करोड़ रुपए खर्ज होंगे, जिसमें से 88 हजार करोड़ रुपए जापान बतौर कर्ज भारत को देगा । इस परियोजना को पूरा करने के लिए भारत को हर साल करीब 20 हजार करोड़ रुपए खर्च करने होंगे ।

सांकेतिक फोटो

जापान सिर्फ कर्ज ही नहीं देगा बुलेट ट्रेन चलाने के लिए सुरक्षित शिनकैन्सेस तकनीक भी देगा । यही नहीं इसके कल पूर्जे भारत में ही बनेंगे। पहले चरण में 508 किमी का रुट अहमदाबाद और मुंबई के बीच बनाया जाएगा । इस दूरी को बुलेट ट्रेन सिर्फ 2 घंटे 58 मिनट में तय कर लेगी । जापान इंटरनेशनल कॉर्पोरेशन के मुताबिक मुंबई-अहमदाबाद के बीच 12 स्टेशन बनाए जाएंगे, जिनमें बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स, ठाणे, विरार, बोइसर, वापी, बिलिमोरा, सूरत, भरुच, वडोदरा, आनंद, अहमदाबाद और सावरमती प्रस्तावित हैं । इस रूट पर स्पीड होगी 320 किलोमीटर प्रतिघंटा और अधिकतम स्पीड होगी 350 किलोमीटर प्रतिघंटा। 508 किलोमीटर लंबे इस रूट का 92 फीसदी हिस्सा एलिवेटेड होगा, 6 फीसदी सुरंग में और बाकी 02 प्रतिशत ज़मीन पर होगा। यानी 508 में 468 किलोमीटर लंबा ट्रैक एलिवेडेट होगा, 27 किलोमीटर सुरंग के अंदर और बाकी 13 किलोमीटर ज़मीन पर।

जापान की कंपनी की रिपोर्ट के मुताबिक 10 कार इंजन वाली बुलेट ट्रेन सबसे पहले इसी रूट पर चलेगी। इस ट्रेन में 750 लोगों के बैठने की क्षमता होगी। भविष्य में इसे 16 कार इंजन वाली बुलेट ट्रेन में तब्दील करने का प्रस्ताव भी इस रिपोर्ट में है। 16 कार इंजन वाली बुलेट ट्रेन में 1200 लोगों के बैठने की क्षमता होगी। रिपोर्ट के मुताबिक शुरुआत के दिनों में हर दिन 36,000 लोग बुलेट ट्रेन में सफर करेंगे और 30 साल यानी बाद 2053 तक इसमें सफर करने वालों की तादाद रोजाना 1 लाख 86 हजार तक पहुंचने की उम्मीद जताई गई है।

फोटो- इंडियन रेल के ट्विटर वॉल से ।

PIB की वेबसाइट पर मौजूद जानकारी के मुताबिक मुंबई से अहमदाबाद तक के सफर के लिए एक यात्री को 2700-3000 रुपये के बीच किराया देना पड़ सकता है। इस रुट पर हवाई जहाज का किराया 3500 से 4000 रुपये के बीच है । मुंबई से अहमदाबाद के बीच लक्जरी बस का किराया भी 1500 से 2000 रुपये के आसपास है। यानी जो बातें कही जा रही हैं कि बुलेट ट्रेन का सफर सबके लिए आसान नहीं होगा तो ये सही नहीं है । बुलेट ट्रेन का सफर मध्यम वर्ग की जेब के मुताबिक है । जो लोग फर्स्ट एसी या सेकंड एसी में सफर करते हैं वो आराम से बुलेट ट्रेन को प्राथमिकता देंगे और कम समय में अपनी लक्ष्य तक पहुंच जाएंगे । बुलेट ट्रेन परियोजना में एक खास बात ये है कि इसके कल पूर्जे भारत में ही बनेंगे जिससे रोजगार की संभावनाएं बढ़ेंगी । तो इसलिए इस नजर से भी काफी अच्छी परियोजना है । यानी जापान के पीएम शिंजो आबे के दौरे के बाद भारत बुलेट ट्रेन का सपना पूरा करने की दिशा में दौड़ पड़ेगा और करीब 5 साल में इसे पूरा भी कर लेगा । इस रुट पर काम पूरा होने बाद दूसरे रुट पर काम शुरू किया जाएगा ।


satyendra profile imageसत्येंद्र कुमार यादव,  एक दशक से पत्रकारिता में सक्रिय । माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र । सोशल मीडिया पर सक्रिय । मोबाइल नंबर- 9560206805 पर संपर्क किया जा सकता है।