बदलाव प्रतिनिधि
राजधानी दिल्ली में 16 अगस्त से नटरंग प्रतिष्ठान की ओर से नेमि शती कार्यक्रम चल रहा है। 16 अगस्त को शाम 6.30 बजे इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में नेमि स्मृति व्याख्यान के तहत ‘रोमिला थापर का ‘अन्यता की उपस्थिति- आदि कालीन उत्तर भारत में धर्म और समाज’ विषय पर व्याख्यान हुआ। दूसरे दिन यानी आज 17 अगस्त को अभिमंच, राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय में रंग विदूषक, भोपाल की ओर से शाम 6.30 बजे नाटक- ‘साक्षात्कार अधूरा है’ का मंचन होगा। और तीसरे दिन, 18 अगस्त को शाम 6.30 बजे त्रिवेणी सभागार में पंडित मधुप मुद्गल के गायन का आप आनंद उठा सकते हैं।
कविता में नई राहों के अन्वेषी नेमिचंद्र जैन का जन्म 16 अगस्त 1919 को आगरा में हुआ। उनके जन्म के सौ साल पूरे होने पर हो रहे इस कार्यक्रम की रूपरेखा नटरंग प्रतिष्ठान ने तैयार की है। दिल्ली के बाद कुछ अन्य शहरों में कुछ और संस्थाएं भी इस कड़ी में कई आयोजन करने वाली हैं।
प्रख्यात रंग निर्देशक बंसी कौल के मार्गदर्शन में रंगविदूषक ने नाटक ‘साक्षात्कार अधूरा है’ तैयार किया है। इस नाटक का निर्देशन करीब चार दशकों से रंगकर्म में सक्रिय फ़रीद बज़्मी ने किया है। नाटक में नेमिचंद्र जैन के सफ़रनामे- निजी और वैचारिक- को बेहद खूबसूरत अंदाज में पिरोया गया है। नेमिजी की कविताएं एक सूत्र की तरह पूरे नाटक में इस्तेमाल की गई हैं। नाटक का संगीत अंजना पुरी ने तैयार किया है। नाट्यालेख पशुपति शर्मा का है।
अभिनेताओं में संजय श्रीवास्तव, हर्ष दौंड, नीति श्रीवास्तव, अमित रिछारिया, अपूर्व मिश्रा, अम्बर गुप्ता, विमलेश पटेल, अतुल द्विवेदी, आयुषी पटेल, कीर्ति सिन्हा, नितिन पांडेय, संकित सेजवार, शशि रंजन, उपेन्द्र मोहन्ता, वाणी श्रीवास्तव और वारुणी शर्मा मंच पर नज़र आएंगे। नाटक के सह निर्देशक संजय श्रीवास्तव और हर्ष दौण्ड हैं जबकि प्रकाश परिकल्पना अशोक भगत की है। तालवाद्य पर रामबाबू लिंडोरिया, हारमोनियम पर दुर्गेन्द्र सिंह केवट होंगे।